Ukraine-Russia जंग का असर : मूडीज और फिच ने रूस की रेंटिग छह पायदान घटाई
रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच ने रूस की सरकारी साख को छह पायदान नीचे करके जंक यानी कबाड़ की श्रेणी में डाल दिया है।
नई दिल्ली, मार्च 4। रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच ने रूस की सरकारी साख को छह पायदान नीचे करके जंक यानी कबाड़ की श्रेणी में डाल दिया है। मूडीज और फिच दोनों एजेंसियों ने यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के कारण रूस पर लगाये गये प्रतिबंधों को देखते हुये और उसकी ऋण साख पर संदेह व्यक्त करते हुये उसकी रेटिंग घटाकर जंक श्रेणी में डाल दिया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक फिच ने अपने बयान में कहा है कि यूक्रेन पर रूस के हमले की प्रतिक्रिया के रूप में उस पर लगाये गये प्रतिबंधों की गंभीरता ने वृहद स्तर पर वित्तीय अस्थिरता के जोखिमों को बढ़ा दिया है। दोनों एजेंसियों ने रूस की रेटिंग छह पायदान नीचे कर दी है। फिच ने रूस को बी रेटिंग और मूडीज ने बी3 रेटिंग दी है। इससे पहले फिच ने रूस को बीबीबी और मूडीज ने बीएए3 रेटिंग दी थी। दोनों एजेंसियों ने आगे रेटिंग में और अधिक गिरावट आने के संकेत दिये हैं।
मूडीज ने एक बयान में कहा कि रूस की रेटिंग को निचले स्तर तक घटाना, इसे और घटाने को लेकर नजर रखना यह सब पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गंभीर प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप है। इसके तहत रूस के केंद्रीय बैंक और कुछ अन्य बड़े वित्तीय संस्थानों पर पाबंदियां लगाई गई हैं। फिच रेटिंग्स ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों की गंभीरता ने वृहद-वित्तीय स्थिरता का जोखिम बढ़ा दिया है। युद्ध के कारण वित्तीय स्थिरता जोखिम में है और यह रूस की अपने सरकारी ऋण को चुकाने की क्षमता को कमजोर कर सकता है।
पिछले हफ्ते जी-7 की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं ने रूस के केंद्रीय बैंक पर सख्त प्रतिबंध लगाए थे। उन्होंने रूस के बैंकों को स्विफ्ट (सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशंस) अंतर बैंकिंग प्रणाली से बाहर करने का भी फैसला किया ताकि रूस को वैश्विक कारोबार से अलग-थलग किया जा सके।
जैसा कि आप इस बात से अवगत है कि 24 फरवरी को रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में प्रवेश किया था, इसलिए डॉलर के मुकाबले रूबल 30% की कमी आई। बीते कल गुरुवार को डॉलर और यूरो के मुकाबले नए रिकॉर्ड स्तर पर फिसल गया, पहली बार मास्को में रूबल ने डॉलर के मुकाबले 110 डॉलर से कमजोर कारोबार रहा और पहली बार यह 123 यूरो से टूट गया है। रूसी केंद्रीय बैंक ने डॉलर की मांग पर अंकुश लगाने के लिए विदेशी मुद्रा खरीद पर 30% कमीशन लगाया है, लेकिन इससे रूबल की गिरावट नहीं रुकी है।