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Maruti Suzuki : सितंबर में 60 फीसदी घटाएगी प्रोडक्शन, ये है कारण

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नई दिल्ली, सितंबर 1। भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने मंगलवार को कहा कि चिप की कमी के कारण सितंबर में उसके वाहन उत्पादन में 60 फीसदी की गिरावट आएगी। चिप की कमी एक ऐसी समस्या है, जिसका सामना कई वैश्विक कार निर्माता कंपनियां कर रही हैं। बता दें कि मारुति ने अगस्त में भी प्रोडक्शन में कटौती की थी। मगर अब सितंबर में कंपनी के हरियाणा और गुजरात संयंत्रों में उत्पादन में कटौती के ऐलान से पता चलता है कि चिप की सप्लाई की समस्या तेज हो रही है।

 

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अगस्त में कितना रहा प्रोडक्शन

अगस्त में कितना रहा प्रोडक्शन

मारुति के अनुसार सितंबर में हरियाणा और गुजरात दोनों संयंत्रों में कुल उत्पादन वॉल्यूम सामान्य उत्पादन का लगभग 40 फीसदी रह सकता है। यानी सीधे-सीधे 60 फीसदी कम। कंपनी ने जुलाई में 170,719 और जून में 165,576 कारों का उत्पादन किया। गौरतलब है कि ऑटोमेकर तेजी से चिप्स पर निर्भर हो गए हैं, जो कि इंजनों के कंप्यूटर मैनेजमेंट के लिए, बेहतर ईंधन इकोनॉमी और ड्राइवर-असिसटेंस सुविधाओं जैसे आपातकालीन ब्रेकिंग के लिए जरूरी है।

चिप्स की मांग बढ़ी
 

चिप्स की मांग बढ़ी

महामारी के दौरान सप्लाई चेन में दिक्कत ने कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स में उपयोग किए जाने वाले चिप्स की मांग को बढ़ा दिया है क्योंकि इस समय लोग घरों से काम कर रहे हैं और इससे वाहन निर्माताओं के लिए दिक्कत हुई है। चिप की कमी का सामना करते हुए कई वाहन निर्माता कंपनियों ने हाई मार्जिन वाले मॉडल तैयार करने पर ध्यान दिया है और कीमतें भी बढ़ाई हैं।

मारुति ने भी बढ़ाए दाम

मारुति ने भी बढ़ाए दाम

मारुति ने इस सप्ताह की शुरुआत में सभी मॉडलों की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की थी और कहा था कि पिछले एक साल में वाहनों की लागत में वृद्धि हुई है। इस बीच मारुति ने अपने बयान में यह नहीं बताया कि सितंबर के बाद भी इसका उत्पादन प्रभावित होगा या नहीं। कंपनी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि सेमीकंडक्टर संकट अभी खत्म नहीं हुआ है और आगे क्या होगा, इसके बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है।

प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में बेहतर स्थिति

प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में बेहतर स्थिति

जानकारों का मानना है कि मौजूदा संकट से निपटने के लिए मारुति अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में बेहतर स्थिति में थी। दरअसल इसके मॉडल में कम सेमीकंडक्टर्स की आवश्यकता वाले कम फीचर्स होते हैं। संभावना जताई जा रही है कि अक्टूबर और नवंबर में मारुति का उत्पादन सामान्य स्तर पर लौट सकता है।

तीसरी बार कीमतों में बढ़ोतरी

तीसरी बार कीमतों में बढ़ोतरी

मारुति सुजुकी ने सितंबर 2021 में सभी मॉडलों की कीमतों में वृद्धि का ऐलान किया है। हालांकि, कंपनी ने यह नहीं बताया कि इस महीने कारों की कीमतों में कितनी बढ़ोतरी की जाएगी। यह बढ़ोतरी 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी के साथ शुरू होने वाले त्योहारी सीजन की शुरुआत से ठीक पहले होगी। आपको बता दें कि टाटा मोटर्स, होंडा कार्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रेनॉल्ट और टोयोटा ने जुलाई-अगस्त की अवधि में कीमतें बढ़ाई थीं। मारुति सुजुकी इससे पहले मारुति इससे अप्रैल और जुलाई में भी कीमतों में बढ़ोतरी कर चुकी है। यानी यह वित्त वर्ष 2021-22 में तीसरा मौका होगा, जबकि यह अपनी कारें महंगी करेगी।

English summary

Maruti Suzuki To reduce production by 60 percent in September here is reason

According to Maruti, the total production volume at both the Haryana and Gujarat plants in September is expected to be around 40 per cent of the normal production. That is, directly 60 percent less.
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