Maruti ने कर दिया कमाल, ऐसे बचाया 10 करोड़ लीटर पेट्रोल
नयी दिल्ली। कार सेगमेंट में धीरे-धीरे रौनक लौट रही है। लॉकडाउन में मिल रही ढील के बाद कार कंपनियां अपना कारोबार बढ़ा रही हैं। सेल्स में भी इजाफा हो रहा है। अप्रैल में शून्य सेल्स के बाद मई और उसके बाद जून में वाहन कंपनियों की सेल्स में ठीक-ठाक बढ़ोतरी हुई। इस बीच देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति ने एक नया कारनामा कर दिया है। एक ऐसे समय जब देश में पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं, तब मारुति ने 10 करोड़ लीटर पेट्रोल बचाने का कारनामा किया है। पेट्रोल बचाने के साथ-साथ मारुति ने कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन को भी कम किया। आइये जानते हैं कैसे मारुति ने किया ये कमाल।
रेल के जरिए भेजी कारें
दरअसल मारुति ने देश भर के अलग-अलग हिस्सों में पिछले 6 सालों के दौरान सेल्स के लिए 6.7 लाख कारें भेजी हैं। मारुति के अनुसार इसमें 18 फीसदी से ज्यादा की सीएजीआर रिकॉर्ड की गई। कंपनी ने रेल के जरिए अपनी इन कारों को देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचा कर पेट्रोल की भारी भरकम बचत की है। इसने मार्च 2014 में डबल डेकर फ्लेक्सी-डेक रैक के माध्यम से कारों का पहला कंसाइंटमेंट रवाना किया था। रेल के लिए कारों को भेजने से कंपनी 10 करोड़ लीटर जीवाश्म ईंधन बचा सकी और साथ ही लगभग 3000 मीट्रिक टन कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन को घटाने में भी कामयाब रही।
ट्रक के मुकाबले रेल बेहतर
कारों को एक जगह से दूसरे पहुंचाने के लिए ट्रक के मुकाबले रेल काफी अच्छा साधन है। अगर मारुति इन कारों को रेल के बजाय ट्रकों से भेजती तो इन्हें इसके लिए हाईवेज पर 1 लाख से ज्यादा चक्कर लगाने पड़ते। जहां तक कारें भेजने का सवाल है तो कंपनी ने 2018-19 की तुलना में 2019-20 में 15 फीसदी अधिक 1.78 लाख कारें भेजी। कंपनी के एमडी और सीईओ केनिची आयुकावा के मुताबिक बढ़ती बिक्री को देखते हुए लार्ज स्केल लॉजिस्टिक्स की जरूरत पड़ी। तब रोड के अलावा दूसरे ऑप्शन तलाशे गए और नतीजा ये रहा कि रेल से कारें भेजने के कई फायदे हुए।
बनी देश की पहली कार कंपनी
मारुति के दावे के मुताबिक ये देश की पहली कार कंपनी है जिसके पास ऑटोमोबाइल फ्रेट ट्रेन ऑपरेटर लाइसेंस है। इस लाइसेंस से कंपनी भारतीय रेलवे के नेटवर्क पर हाई स्पीड, उच्च क्षमता वाले ऑटो वैगन रैक्स का संचालन कर सकती है। कंपनी ने शुरुआत में सिंगल डेक वैगन से की, जिसके जरिए 125 कारों को भेजा जा सकता था। बाद में डबल-डेकर रैक्स के माध्यम से 265 कारों को भेजा गया। कंपनी इस तरीके से 1.4 लाख से अधिक कारें भेज चुकी है। अब कंपनी 27 रैक्स का उपयोग कर रही है। हर रैक में 318 कारें भेजी जा सकती हैं।
मारुति का खास ऑफर
मारुति ने कार खरीदारों को फाइनेंसिंग ऑप्शन पेश करने के लिए एक्सिस बैंक से हाथ मिलाया है। इसके तहत एक्सिस बैंक ग्राहकों को कई तरह के फाइनेंस ऑप्शन ऑफर करेगा, जिसमें 8 सालों के लिए सैलेरी वाले ग्राहकों को 100 फीसदी ऑन-रोड फंडिंग, 1250 रु प्रति लाख से शुरू होने वाली स्टेप-अप ईएमआई और बैलून ईएमआई शामिल है। बैलून ईएमआई ऑफर के तहत अंतिम किस्त में कार की 25 फीसदी कीमत देनी होती है। मारुति साझेदारी के तहत ग्राहकों को पहले तीन महीनों के लिए 899 रुपये से शुरू होने वाली कम ईएमआई का ऑफर भी पेश करेगी। ये सभी ऑफर 31 जुलाई तक वैध रहेंगे।
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