चीन फिर खाएगा मात, इस सेक्टर में दबदबा होने वाला है खत्म
नयी दिल्ली। भारत के एक और सेक्टर में चीन का दबदबा आने वाले कुछ सालों में लगभग खत्म हो सकता है। ये दावा किया है अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने। अडानी के अनुसार चीन से सोलर इक्विपमेंट का आयात अगले 3 से 5 सालों में बहुत कम रह जाएगा। मौजूदा समय में भारतीय बाजार के इस सेगमेंट चीन की हिस्सेदारी 90 फीसदी से भी ज्यादा है। दरअसल अडानी ग्रुप की अडानी ग्रीन एनर्जी को एक सरकारी कॉन्ट्रैक्ट मिला है, जिसके तहत अगले पांच वर्षों में 6 अरब डॉलर की लागत से 8 गीगावाट की कुल क्षमता वाला सोलर प्लांट तैयार किया जाएगा। अडानी ग्रीन एनर्जी अडानी ग्रुप की रिन्युएबल एनर्जी डेवलपर कंपनी है। कंपनी के मुताबिक 8 गीगावाट में से 2 गीगावाट जनरेशन क्षमता 2022 तक शुरू हो जाएगी, जबकि बाकी 6 गीगावाट अगले तीन सालों में शुरू होगी। अडानी समूह कॉन्ट्रैक्ट के तहत 2022 तक 2 गीगावाट का सोलर सेल और मॉड्यूल निर्माण क्षमता भी स्थापित करेगा।
स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग से होगा फायदा
अरबपति कारोबारी गौतम अडानी कहते हैं कि स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग में तेजी लाने से सोलर सेल और मॉड्यूल के लिए आपूर्तिकर्ताओं का एक इकोसिस्टम तैयार होगा। भारत वर्तमान में चीन से 90% से अधिक सोलर सेल और मॉड्यूल आयात करता है और घरेलू निर्माता सस्ते चीनी मॉड्यूल के साथ मुकाबला करने के लिए संघर्ष करते हैं। इस मामले में अडानी ने कहा कि मूल रूप से हम चीन के बराबर ही प्रतिस्पर्धी हैं। हम इकोसिस्टम डेवलप करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि छोटी कारों के निर्माण में एक मारुति सुजुकी आई थी और इसके साथ एक पूरा सहायक इकोसिस्टम आ गया था।
क्या है अडानी ग्रीन का मकसद
अडानी ग्रीन का मकसद 2025 तक 25 गीगावाट की क्षमता के साथ इस सेगमेंट में ग्लोबल लीडप कंपनी बनना है। बता दें कि इस प्रोजेक्ट से देश में 4 लाख नौकरियों के अवसर भी पैदा होंगे। अडानी ने यह भी कहा कि कंपनी इस प्रोजेक्ट के लिए इक्विटी और डेब्ट के जरिए फंडिंग जुटाएगी। इसके अलावा रणनीतिक साझेदारी पर भी बातचीत जारी है। अडानी के अनुसार भारत तेजी से आत्मनिर्भर हो रहा है। जहां तक इतने बड़े प्रोजेक्ट पर काम करने का सवाल है तो अडानी ग्रुप के पास टोटल और विल्मर जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी में काम करने का अनुभव और रिकॉर्ड है।
कहां है अडानी एनर्जी का शेयर
अडानी एनर्जी का शेयर इस समय काफी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। आज बीएसई में कंपनी का शेयर 312.75 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले मजबूती के साथ 328.35 रुपये के स्तर पर खुला। ये भाव इसका ऊपरी सर्किट था। आखिर में भी ये 15.600 रुपये या 4.99 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 328.35 रुपये पर ही बंद हुआ। बता दें कि इस शेयर का पिछले 52 हफ्तों का सबसे निचला स्तर 38.60 रुपये रहा है। जबकि इस दौरान इसका सबसे ऊंचा भाव 328.35 रुपये ही है। इस समय कंपनी की मार्केट वैल्यू 51,354.41 करोड़ रुपये है।
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