Instant Loan App से कर्ज लेकर हो सकते हैं बर्बाद, 10 तरह से लगेगा झटका
नई दिल्ली, अगस्त 11। लोगों को जीवन में कई बार कठिन समय का सामना करना पड़ता है। अचानक नौकरी छूटना या फिर किसी आपात स्थिति के आने से लोग वित्तीय संकट में उलझ जाते हैं। वित्तीय संकट ने निपटने के लिए लोन का सहारा लेना पड़ता है। लोगों के मजबूरी का फायदा उठाने के लिए आज कई तरह के कारक मौजूद हैं। आजकल के डिजिटल युग में कई सारे इंस्टैंट लोन एप लोगों को लोन की सुविधा देने के नाम पर झांसे में फसा रहे हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को लगातार इसकी शिकायत मिल रही थी जिसके बाद आरबीआई ने तमाम एप्लिकेशनों पर शिकंजा कसा है।
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रिजर्व बैंक ने लिया है एक्शन
शिकायतो को संज्ञान में लेते हुए आरबीआई ने इंस्टैंन्ट लोन देने वाले एप्लिकेशनों पर एक्शन लिया है। आरबीआई ने गाइडलाइन जारी कर कहा है कि केवल बैंको और शैडो बैंकों को लोन देने और वसूलने का अधिकार हैं। आरबीआई ने साफ कहा है कि इस प्रक्रिया में किसी थर्ड पार्टी का कोई दखल नहीं होना चाहिए। रिजर्व बैंक ने साफ कहा है कि जिन लोगों ने ऐप के माध्यम से लोन लिया है वो उसका भुगतान करेंगें उनपर दबाव बिल्कुल नहीं होना चाहिए। बैंक ने कहा कि एप केवल वहीं डेटा कलेक्ट करें जो जरूरी हों।
नहीं बढ़ा सकते क्रेडिट लिमिट
रिजर्व बैंक ने कहा है कि एप अपने मन से ग्राहक का क्रेडिट लिमिट बढ़ा नहीं सकते। आरबीआई को डिजिटल लोन देने वाले तमाम प्लेटफार्मों के खिलाफ लगातार शिकायते मिल रहीं थी। शिकायतों के बाद बैंक ने पिछली साल एक समिति का गठन किया था। बैंक ने समिति से शिकायतों का अध्यन कर सोल्यूशन बताने को कहा था। डिजिटल लोन लेना जितना आसान है उनता ही हानिकारक हैं।
क्या है नुकसान
ऐप भारी ब्याज वसूलते हैं।
किस्त नहीं भरने पर मनमौजी पेनाल्टी लगाते हैं।
क्रेडिट स्कोर होता है प्रभावित
ज्यादातर इन्टैंट लोन एप रजिस्टर्ड नहीं होतें हैं
फोन से चुराते है डाटा
लोन देने में लेते हैं सर्विस चार्ज
लोन की राशि वसुलने के लिए गाली-गलौज की आती है नौबत
ब्लैकमैलिंग की भी मिली है शिकायात