LIC : चाहिए 54 लाख रुपये, तो रोज करें 253 रुपये का निवेश
नई दिल्ली, सितंबर 26। आज के समय में दो बड़ी जरूरतें हैं एक तो बचत और दूसरी वो हैं इंश्योरेंस। एक तो बचत आपके बड़े खर्चों को पूरा करने में आपकी सहायता करता हैं तो दूसरा इंश्योरेंस कोई अनहोनी होने पर आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता हैं। एलआईसी अपनी पॉलिसी में आपको बचत और इंश्योरेंस दोनों देती हैं। एलआईसी की एक ऐसी ही योजना हैं जिसका नाम जीवन लाभ योजना हैं। इस योजना के माध्यम से आप एक बेहतर फंड जमा कर सकते हैं। यदि आप इस योजना में प्रतिदिन 253 रु इन्वेस्ट करते हैं तो फिर आप आराम से 54 लाख रु का फंड तैयार कर सकते हैं।
Festive Season में घूम कर आए Goa, IRCTC लाई बेहद सस्ता टूर पैकेज
विशेषताएं इस स्कीम की
कस्टमर्स को इस योजना में लॉन्ग टर्म प्रोटेक्शन का आनंद के लिए सीमित समय के लिए प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। यदि पॉलिसीधारक इस योजना में नियमित रूप से 2 वर्ष तक प्रीमियम का भुगतान करते हैं। तो फिर इस स्कीम पर लोन भी उठा सकते हैं। आप लोन सरेंडर वैल्यू से 90 प्रतिशत तक उठा सकते हैं। यह योजना आपको 5 वर्ष, 10 वर्ष या 15 वर्ष की किस्तों में गुजर जाने का बेनिफिट और मैच्योरिटी बेनिफिट प्राप्त करने के ऑप्शन की भी पेशकश करता हैं।
छूट का फायदा
यदि इस प्लान को किसी बच्चों के लिए खरीदा जाता हैं तो माता-पिता पॉलिसी के साथ एलआईसी के प्रीमियम वेवर बेनिफिट राइडर को जोड़ सकते हैं। यदि माता-पिता गुजर जाते हैं। तो फिर एलआईसी की तरफ से भविष्य के प्रीमियम को माफ कर दिया जाता हैं। भविष्य में पॉलिसी को चालू रखने के लिए बच्चे पर बोझ नहीं डाला जाता हैं। अगर प्रीमियम की राशि 5 लाख रु और उससे ज्यादा हैं, तो प्रीमियम राशि पर छूट का फायदा उठाया जा सकता हैं।
54 लाख रु का फंड इस तरह बनेगा
मान लीजिए अगर आप एलआईसी की जीवन लाभ पॉलिसी को 25 वर्ष की आयु में लेते हैं और मैच्योरिटी में आपको 54 लाख रु पाना हैं तो फिर आपको पॉलिसी को अवधि को 25 वर्ष रखनी होगी और बीमा के लिए आपको 20 लाख रु की राशि चुननी होगी। हर वर्ष अब आप 92,400 रु प्रीमियम के रूप में जमा करेंगे। हर महीने इसकी प्रीमियम की राशि की बात करें तो 7,700 रु और प्रतिदिन को बात करें तो वो 253 रु होता है। इसके बाद जब आपकी पॉलिसी मैच्योर होती है तो फिर आप 54.50 लाख रु की राशि मिलेगी।
बेनिफिट टैक्स में
एक वित्तीय वर्ष में पॉलिसी के प्रीमियम के रूप में भुगतान की गई। अधिकतम 1.5 लाख रु की राशि आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर के छूट के योग्य हैं।