Gold की कीमतों पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों का कितना है असर, जानिए
नयी दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों से कुछ दिन पहले तक शेयर बाजार में अस्थिरता देखी गयी। मगर इस दौरान सोना काफी स्थिर रहा। गोल्ड फ्यूचर में मामूली बढ़त दर्ज की गई और ये 1,910 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि हाजिर सोने के रेट 1,906 डॉलर पर रहे। ये इस बात का संकेत है कि अमेरिकी चुनावों का सोने के रेट पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। निवेशकों की नजर दूसरे फैक्टर्स पर है, जिनमें अमेरिका में राहत पैकेज, मांग, डॉलर का भाव और गोल्ड ज्वेलरी की मांग शामिल है। वैसे ये भी माना जा रहा है कि अमेरिकी चुनावों के नतीजे आने तक एक निश्चित स्थिरता की संभावना कम है।
घट रही है गोल्ड की मांग
इस समय सोने की मांग में काफी गिरावट भी देखी जा रही है। जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर सोने की मांग में काफी गिरावट आई। कोरोना के अलावा सोने की कीमतों में तेजी एक बड़ा कारण है। बताया जा रहा है कि सोने की कीमतों पर दुनिया भर मे कोरोनावायरस का प्रभाव अभी भी काफी है। कई बाजारों में सोशल प्रतिबंध, लॉकडाउन का इकोनॉमिक इम्पैक्ट और कई मुद्राओं में सोने की कीमतों के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचना मुख्य वजहों में शामिल है।
अमेरिकी चुनाव और सोना
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से सोने पर बहुत ज्यादा असर पड़ने की संभावना नहीं है। असल में यदि नतीजे अस्पष्ट रहे और कोई उम्मीदवार स्वीकार न करे तो ये अनिश्चितता वाली स्थिति होगी और तब सोने की कीमतों में तेजी देखी जा सकती है। इसके अलावा कुछ बुनियादी बातें भी इसमें अहम भूमिका निभाएंगी, जिनमें मांग, डॉलर की चाल और अमेरिका में राजकोषीय प्रोत्साहन जैसे अन्य फैक्टर शामिल हैं।
पिछले 9 महीनों में सोने के रेट
असल में इस साल सोने की कीमतों में पिछले 9 महीनों में काफी तेजी देखी गई है, जिससे इसकी मांग प्रभावित हुई है। ऊंची कीमतों के कारण कई ग्राहक और निवेशक सोने से दूर हुए हैं। माना जा रहा है कि अमेरिकी चुनावों के अलावा छोटी अवधि में कई दूसरे फैक्टर सोने के दाम तय कर सकते हैं।
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