Credit Utilization Ratio के बारे में जानिए सब कुछ, होता है बहुत अहम
नई दिल्ली, सितंबर 26। जब भी कोई व्यक्ति बैंक से लोन लेने जाता हैं। उस समय आम तौर पर क्रेडिट स्कोर का जिक्र आता हैं। क्रेडिट स्कोर जो होता हैं वो व्यक्ति की साख को नापने का महत्वपूर्ण पैमाना हैं। इसमें क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो बेहद अहम हैं। यदि आपको इसका मतलब नहीं पता हैं तो फिर ये खबर आपके लिए बहुत काम की हैं। यदि आपका क्रेडिट स्कोर खराब हैं तो आपको लोन लेने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं और यदि आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हैं तो फिर आपको कम ब्याज पर आसानी से लोन मिल सकता हैं।
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सीयूआर क्या होता हैं
सीयूआर यानी आप क्रेडिट कार्ड की जो लिमिट हैं। उसका 1 महीने में कितना उपयोग करते हैं। सीयूआर का आपके क्रेडिट स्कोर पर सीधा असर पड़ता हैं। सीयूआर इसी बात पर निर्भर करता हैं कि आप आपके क्रेडिट कार्ड का कितना उपयोग करते हैं। हम इसको इस तरह से भी समझ सकते हैं। मान लेते हैं यदि आपका क्रेडिट कार्ड में 1 लाख रु की क्रेडिट लिमिट हैं और आप 10 हजार रु खर्च कर देते हैं तो आपका सीयूआर 10 प्रतिशत होगा। यदि आपकी क्रेडिट लिमिट खत्म हो जाती हैं। तो आपका सीयूआर बढ़ जाता हैं। इसी प्रकार यदि आपका सीयूआर 30 प्रतिशत के पार हो जाता हैं तो फिर आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता हैं।
असर इस तरह पड़ता हैं
आपके क्रेडिट स्कोर पर सीयूआर असर डालता हैं। केवल 30 प्रतिशत तक के सीयूआर को बेहतर माना जाता हैं। यदि आपका सीयूआर 30 प्रतिशत से अधिक हो जाता हैं। तो फिर आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता हैं और यदि आप समय पर बिल का पेमेंट करते हैं तो फिर आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर रहता हैं।
सीयूआर को कैसे करें कंट्रोल
आप सीयूआर को कंट्रोल कर सकते हैं इसके बहुत सारे तरीके हैं इसमें एक तरीका है कि आप कम सीयूआर रखने के लिए क्रेडिट लिमिट को बढ़ाएं। एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखना आपकी लिमिट को बढ़ाने और अपने सीयूआर को कम रखने का एक और तरीका हैं। हालांकि समय पर पेमेंट करना भी बेहद जरूरी हैं।