जनधन खाता को लेकर नए आंकड़े आए सामने
जनधन खाताधारकों की संख्या बढ़ रही है। जी हां मोदी सरकार द्वारा शुरु की गई जनधन योजना के तहत खुले खातों में जमा राशि का आंकड़ा 1.07 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया है। आपको बता दें कि इस योजना में अबतक 37 करोड़ से ज्यादा लाभार्थी हो चुके हैं। जीरो बैलेंस के साथ खुलने वाले जनधन योजना में आकस्मिक बीमा, ओवरड्राफ्ट फैसेलिटी, चेक बुक समेत कई अन्य लाभ भी मिलते हैं।
जनधन खाते के तहत मिलने वाले लाभ-
- ब्याज पर जमा करें
- दो लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर
- न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना आवश्यक नहीं है
- 30 हजार रुपये का लाइफ कवर, जिसका भुगतान लाभार्थी की मृत्यु पर किया जाता है। हालांकि, इसके लिए पात्रता शर्तों को पूरा करना जरूरी है।
- संपूर्ण भारत में मनी ट्रांसफर करने की सुविधा
- छह महीने तक खातों का संतोषजनक संचालन के बाद ओवरड्राफ्ट फैसेलिटी की सुविधा
- पेंशन और बीमा प्रोडक्टका एक्सेस
- जनधन योजना के तहत व्यक्तिगत आकस्मिक बीमा का क्लेम तब मिलेगा जब रूपे कार्डधारक किसी भी बैंक शाखा, बैंक मित्र, एटीएम, पीओ, ई-कॉम आदि कॉर्प पर कम से कम एक सफल वित्तीय या गैर-वित्तीय हस्तांतरण या तो अपने स्वयं के बैंक या किसी दूसरे बैंक (अन्य बैंक कार्ड पर लेनदेन करने वाले बैंक ग्राहक/ रूपे कार्ड शेयरधारकों) के माध्यम से आकस्मिक की तिथि को शामिल करते हुए दुर्घटना की तारीख से पूर्व 90 दिन के भीतर किया हो, रूपे बीमा कार्यक्रम वित्त वर्ष 2019-20 के अंतर्गत शामिल किए जाने के लिए पात्र होंगे।
- प्रति परिवार, विशेष रूप से परिवार की महिला के लिए सिर्फ एक खाते में 10,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलेगी।
प्रधानमंत्री जनधन खाते की अधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी के अनुसार, 29 नवंबर 2019 तक जनधन योजना के तहत खुले खातों की संख्या 37.55 करोड़ हो गई है। इन खातों में जमा राशि 1,07,172.54 करोड़ रुपये है। जिन क्षेत्रों में बैंक शाखाएँ उपलब्ध नहीं हैं, वहाँ 1.26 लाख बैंक मित्र लाभार्थियों तक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। बता दें, पीएम मोदी ने 28 अगस्त 2014 को यह स्कीम लॉन्च की थी।
जनधन खातों को किसी भी बैंक ब्रांच या बैंक मित्र आउटलेट पर खोला जा सकता है। यह खाता जीरो बैलेंस पर खोला जाता है। हालाँकि, यदि खाताधारक चेक बुक चाहता है तो उसे खाते में मिनिमम बैलेंस की शर्त पूरी करनी होगी।