IRCTC ने 1 महीने में 3 गुना कर दिया निवेशकों का पैसा
आईआरसीटीसी ने अपने निवेशकों के पैसे महीने भर में ही तीन गुना कर दिया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) के शेयर बाजार में शानदार लिस्टिंग के बाद से भी शेयर में तेजी बनी हुई है
नई दिल्ली: आईआरसीटीसी ने अपने निवेशकों के पैसे महीने भर में ही तीन गुना कर दिया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) के शेयर बाजार में शानदार लिस्टिंग के बाद से भी शेयर में तेजी बनी हुई है। 320 रुपये के इश्यू प्राइस वाला शेयर बीएसई पर असज 982 रुपये के भाव पर पहुंच गए। यानी इश्यू प्राइस से 3 गुना से भी ज्यादा। यूं कहें कि 207 फीसदी के करीब रिटर्न। 982 रुपये के भाव शेयर के लिए रिकॉर्ड हाई है। हालांकि कारोबार के अंत में शेयर 932 रुपये पर बंद हुआ है। इस लिहाज से देखें तो अगर किसी ने आईपीओ में 1 लाख रुपये लगाए होंगे तो 1 महीने में उसका पैसा बढ़कर 3 लाख हो गया होगा।
101 फीसदी प्रीमियम पर 644 रु पर हुआ लिस्ट
14 अक्टूबर को शेयर बाजार में आईआरसीटीसी की शानदार लिस्टिंग हुई थी और यह 101 फीसदी प्रीमियम पर 644 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ। यानी अपने इश्यू प्राइस से दोगुने पर भी ज्यादा। वहीं उसी दिन बाजार बंद होने पर शेयर का भाव करीब 729 रुपये पर पहुंच गया। आईपीओ का इश्यू प्राइस 315-320 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।
तेजस एक्सप्रेस को हुआ 70 लाख रुपये का मुनाफा
आईआरसीटीसी का मार्केट कैप (एमकैप) बुधवार को 15,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। वहीं इंट्राडे में यह 15000 करोड़ से ज्यादा हो गया था। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक आईआरसीटीसी द्वारा संचालित की जा रही निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस ने इस साल अक्टूबर तक 70 लाख रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि टिकटों की बिक्री से उसने 3.70 करोड़ रुपये की कमाई की।
आईपीओ मार्केट बेहतर
बता दें कि साल 2019 में प्राइमरी मार्केट का प्रदर्शन बेहतर रहा है। इस साल लिस्ट होने वाली ज्यादातर कंपनियां अपने इश्यू प्राइस से 191 फीसदी तक बढ़कर कारोबार कर रही हैं। आईआरसीटीसी के पहले 11 आईपीओ इस साल आए हैं, जिसमें से 9 के शेयर इश्यू प्राइस से बढ़त पर कारोबार कर रहे हैं। इनमें indiamart इंटरमहेश लि. इश्यू प्राइस से 105 फीसदी बढ़त पर कारोबार कर रहा है। मेट्रोपॉलिस हेल्थकेयर, MSTC, एंबेसी आफिस, RVNL, चालेट होटल्स, Xelpmoc और एफल इंडिया में भी अच्छी बढ़त है।