iPhone Plant Violence : Wistron ने वाइस-प्रेसिडेंट को किया बर्खास्त
नयी दिल्ली। ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्पोरेशन ने भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग की देख-रेख करने वाले अपने उपाध्यक्ष को हटा दिया है। ये फैसला मजदूरों द्वारा सैलेरी न मिलने और काम करने की बेहतर स्थिति की मांग को लेकर कोलार, कर्नाटक में एक संयंत्र में की गई तोड़फोड़ के बाद लिया गया है। कंपनी की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि नरसापुरा फैसिलिटी में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बाद पाया गया है कि कुछ श्रमिकों को सही ढंग से या समय पर भुगतान नहीं किया गया था। कंपनी ने खेद जताते हुए अपने सभी कर्मचारियों से क्षमा मांगी है। विस्ट्रॉन के अनुसार टीम के सदस्यों की सुरक्षा और भलाई हमेशा हमारी टॉप प्राथमिकता है।
टीमों का पुनर्गठन
कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि घटना को देखते हुए टीमों का पुनर्गठन किया जा रहा है। कंपनी के अनुसार भारत में व्यवसाय की देखरेख करने वाले उपाध्यक्ष को हटाया जा रहा है। कंपनी का ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि ऐसी घटना दोबारा न हो। विस्टॉन एप्पल के टॉप ग्लोबल आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। भारत में यह आईफोन 7 हैंडसेट और सैकंड-जेन के आईफोन एसई डिवाइस बनाती है।
क्या है पूरा मामला
ठीक एक सप्ताह पहले 12 दिसंबर को विस्ट्रॉन की कोलार में मौजूद फैसिलिटी में हिंसा भड़क उठी थी। उस दिन श्रमिकों का एक समूह एक शिफ्ट चेंज के दौरान लगभग 6:30 बजे वेतन में कटौती और सही समय भुगतान न होने के चलते उग्र हो गया। कर्मचारियों की तरफ से पथराव किया गया। इससे खिड़कियों के कांच और वाहनों को नुकसान पहुंचा। साथ ही हिंसा के दौरान फर्नीचर और ऑफिस के बाकी उपकरणों को भी नुकसान पहुंचा।
कितना हुआ नुकसान
कंपनी ने दावा किया है कि उसे 437.40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कंपनी के कार्यकारी अधिकारी टीडी प्रशांत के अनुसार ऑफिस उपकरण, मोबाइल फोन, उत्पादन मशीनरी और संबंधित उपकरणों को नुकसान के चलते 412.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। जबकि 10 करोड़ रुपये के इंफ्रास्क्ट्रक्चर, 60 लाख रुपये मूल्य की कारों और गोल्फ कोर्ट तथा 1.5 करोड़ रुपये के स्मार्टफोन और अन्य गैजेट का नुकसान हुआ है।
7000 लोगों के खिलाफ एफआईआर
विस्ट्रॉन ने 7,000 लोगों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कराई है, जिसमें उसके 5,000 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी और 2,000 काम न करने वाले लोग शामिल हैं। एप्पल ने यह कहा कि वे भी घटना की जांच कर रही है। कंपनी जानना चाहती है कि क्या विस्ट्रॉन ने अपने श्रम प्रेक्टिस का पालन किया है। इसने अपने कर्मचारियों और ऑडिटर्स को स्थानीय पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए साइट पर भेजा।
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