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Gold ETF से निवेशक बना रहे दूरी, जानिए क्यों हुआ मोहभंग

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नई दिल्ली, जून 15। अप्रैल की तुलना में मई में गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध निवेश में भारी गिरावट आई। अप्रैल के मुकाबले मई में गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध निवेश 57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 288 करोड़ रुपये रह गया। जानकारों का मानना है कि निवेशकों ने इक्विटी बाजारों में पैसा लगाया, जिससे गोल्ड की तरफ उनका रुझान कम हो गया। हालांकि एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार शुद्ध निवेश में गिरावट के बावजूद गोल्ड ईटीएफ की एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) मई के अंत में 6 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी के साथ 16,625 करोड़ रुपये हो गई। आंकड़ों के अनुसार गोल्ड-लिंक्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में अप्रैल में 680 करोड़ रुपये आए थे।

 

सोना की कीमतों में हुई गिरावट, चांदी भी हुई सस्तीसोना की कीमतों में हुई गिरावट, चांदी भी हुई सस्ती

जनवरी से मार्च तक कितना आया निवेश

जनवरी से मार्च तक कितना आया निवेश

निवेशकों ने मार्च में गोल्ड ईटीएफ फंड्स में 662 करोड़ रुपये, फरवरी में 491 करोड़ रुपये और जनवरी में 625 करोड़ रुपये का निवेश किया था। मार्केट से जुड़े एक्सपर्ट्स बताते हैं मई में नेट इनफ्लो (शुद्ध निवेश) के पीछे इक्विटी मार्केट्स का अच्छा प्रदर्शन है। शेयर बाजार के दमदार प्रदर्शन के कारण निवेशकों ने अपने निवेश का एक बड़ा हिस्सा शेयरों में लगाया।

निवेशकों ने कमाया मुनाफा
 

निवेशकों ने कमाया मुनाफा

इसके अलावा रिडम्प्शन (निकाला गया पैसा) अप्रैल की तुलना में मई में बढ़ा। जो यह दर्शाता है कि कुछ निवेशकों ने हाल ही में सोने की कीमतों में उछाल को देखते हुए मुनाफा कमाने के लिए गोल्ड ईटीएफ से बाहर निकलने का फैसला किया होगा। सुरक्षित निवेश की अपील और पिछले डेढ़ साल में बेहतर प्रदर्शन करने वाली एसेट क्लास में से एक होने के कारण गोल्ड ईटीएफ कैटेगरी भारतीय निवेशकों के पसंदीदा निवेश ऑप्शनों में से एक है।

हजारों करोड़ रु का निवेश

हजारों करोड़ रु का निवेश

जनवरी 2020 से मई 2021 तक देखें गोल्ड ईटीएफ में 9,377 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया है। गोल्ड ईटीएफ एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं जो सोने में निवेश करते हैं। इनका शेयर बाजार में कारोबार होता है और सोने में सीधा निवेश होता है। जानकारों के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में निवेश लिए माहौल चुनौतीपूर्ण रहा, जिसके बीच सोना बेहतर प्रदर्शन करने वाला ऑप्शन रहा। इससे निवेशकों के पोर्टफोलियो में सोना बढ़ा।

मुश्किल में काम आता है सोना

मुश्किल में काम आता है सोना

एक निवेशक के पोर्टफोलियो में सोना एक रणनीतिक संपत्ति के रूप में काम करता है। ये पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने का काम करता है और निवेशकों के जोखिम को कम करता है। साथ ही कठिन बाजार स्थितियों और आर्थिक मंदी के दौरान नुकसान को कम करता है। इसलिए निवेशकों को सोने में निवेश करने की सलाह दी जाती है।

गोल्ड ईटीएफ के बारे में जानिए

गोल्ड ईटीएफ के बारे में जानिए

सोने में निवेश करने के लिए गोल्ड ईटीएफ एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है। गोल्ड ईटीएफ दरअसल म्यूचुअल फंड ही है। गोल्ड ईटीएफ भी सोने के रेट पर ऊपर-नीचे होता है। गोल्ड ईटीएफ निवेशकों को लंबी अवधि में जोरदार रिटर्न कमाने का मिलता है। अच्छी बात ये है कि गोल्ड ईटीएफ इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं। आपको इसमें सोने की शुद्धता को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होती। फिजिकल गोल्ड के मुकाबले गोल्ड ईटीएफ को जल्दी और मौजूदा रेट पर बेचा जा सकता है।

English summary

Investors stay away from Gold ETF in may know why

Net exposure to gold ETFs declined sharply in May as compared to April. Net investment in gold ETFs declined by 57 per cent to Rs 288 crore in May as compared to April.
Story first published: Tuesday, June 15, 2021, 17:10 [IST]
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