बड़ झटका : Share Market में निवेश करने वालों का डेढ़ लाख करोड़ रुपये डूबा
नई दिल्ली, अगस्त 28। शेयर बाजार में निवेश इतना आसान नहीं है। अगर बीते 1 हफ्ते का ही हाल देखा जाए तो निवेशकों को केवल 7 कंपनियों ने करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये का झटका दे दिया है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह सातों कंपनियां देश की टॉप 10 कंपनियों में शामिल हैं। बीते हफ्ते के इस झटके बाद आगे और खराब आने की आशंका है।
अमेरिका से आई बुरी खबर
अमेरिकी शेयर बाजार शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। जहां एसएंडपी 141.6 अंक (3.37 फीसदी) की गिरावट के साथ तो नैसडेक 497.56 अंक (3.94 फीसदी) अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ है। इसके अलावा डाउ जोन्स 1008.38 अंक (3.03 फीसी) की गिरावट के साथ बंद हुआ है। इस गिरावट का सबसे बड़ा कारण अमेरिका के फेडरल रिजर्व यानी वहां के रिजर्व बैंक का सख्त बयान है कि वह बैंक रेट और तेजी से बढ़ाएंगे। अब आशंका है कि उनके इस बयान और अमेरिकी शेयर बाजार की गिरावट का असर सोमवार को भारतीय शेयर पर भारी गिरावट के रूप में दिखे। वैसे भी बीते सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 812.28 अंक (1.36 प्रतिशत) की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
ऐसे में आइये जानते हैं कि सबसे ज्यादा नुकसान कराने वाली टॉप 7 कंपनियां कौन सी हैं।
ये हैं सबसे ज्यादा नुकसान कराने वाली कंपनियां
सेंसेक्स की टॉप 10 में से 7 कंपनियों की मार्केट कैप बीते सप्ताह करीब 1,54,477.38 करोड़ रुपये कम हो गई है। यानी इतने रुपये का नुकसान सीधे सीधे निवेशकों को हुआ है। इस दौरान सबसे ज्यादा नुकसान टीसीएस ने कराया है। टीसीएस की मार्केट कैप 59,862.08 करोड़ रुपये कम होकर 11,78,818.29 करोड़ रुपये बची है। वहीं इनफोसिस की मार्केट कैप 31,789.31 करोड़ रुपये कम होकर 6,40,351.57 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक की मार्केट कैप 16,090.67 करोड़ रुपये कम होकर 8,13,952.05 करोड़ रुपये बची है। हिंदुस्तान यूनिलीवर की मार्केट कैप 14,814.18 करोड़ रुपये कम होकर 6,04,079.91 करोड़ रुपये बची। बजाज फाइनेंस की मार्केट कैप 14,430.4 करोड़ रुपये कम होकर 4,27,605.59 करोड़ रुपये बची है। इसके अलावा एचडीएफसी की मार्केट कैप 13,031.62 करोड़ रुपये कम होकर 4,34,644.36 करोड़ रुपये बची है। इसी दौरान जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की मार्केट कैप 4,459.12 करोड़ रुपये कम होकर 4,29,309.22 करोड़ रुपये बची।
इन कंपनियों की बढ़ी है मार्केट कैप
इसी दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज की मार्केट कैप 3,500.56 करोड़ रुपये बढ़कर 17,71,645.33 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं एसबीआई की मार्केट कैप 3,034.37 करोड़ रुपये बढ़कर 4,67,471.16 करोड़ रुपये हो गई। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक की मार्केट कैप 523.02 करोड़ रुपये बढ़कर 6,06,330.11 करोड़ रुपये हो गई।
जानिए क्या होती है मार्केट कैप
किसी शेयर मार्केट या अन्य वस्तु की मार्केट कैप को निकालने का तरीका काफी आसान है। शेयर बाजार में कंपनी के जितने भी शेयर या अन्य वस्तुए हैं, उनकी संख्या को एक जगह पर लिखें। इसके बाद शेयर या अन्य वस्तुओं का जो भी रेट हो उससे इन संख्या से गुणा कर दें। अब जो भी संख्या आएगी वह उस कंपनी की मार्केट कैप कहलाएगी।
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मार्केट कैप के लिहाज से अब ये हैं देश की टॉप 10 कंपनियां
- रिलायंस इंडस्ट्रीज 17,71,645.33 करोड़ रुपये
- टीसीएस 11,78,818.29 करोड़ रुपये
- एचडीएफसी बैंक 8,13,952.05 करोड़ रुपये
- इन्फोसिस 6,40,351.57 करोड़ रुपये
- आईसीआईसीआई बैंक 6,06,330.11 करोड़ रुपये
- हिंदुस्तान यूनिलीवर 6,04,079.91 करोड़ रुपये
- एसबीआई 4,67,471.16 करोड़ रुपये
- एचडीएफसी 4,34,644.36 करोड़ रुपये
- बजाज फाइनेंस 4,27,605.59 करोड़ रुपये
- एलआईसी 4,29,309.22 करोड़ रुपये