UAE से हुई ट्रेड डील, अब जमकर होगा व्यापार
भारत ने यूएई के साथ बीते कल फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं। इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) से यूएई को निर्यात किए जाने वाले अधिकत भारतीय उत्पादों पर इंपोर्ट ड्यूटी कम हो जाएगा।
नई दिल्ली, फरवरी 19। भारत ने यूएई के साथ बीते कल फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं। इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) से यूएई को निर्यात किए जाने वाले अधिकत भारतीय उत्पादों पर इंपोर्ट ड्यूटी कम हो जाएगा। इस समझौते का नाम कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (सीएसईए) है। याद दिला दें कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा साइन किया गया 2014 में पहली बार सत्ता में आने के बाद से यह पहला बड़ा व्यापार समझौता है। जिसे रिकॉर्ड टाइम में पूरा किया गया है। जानकारी दें कि दोनों देशों के बीच यह समझौता नई दिल्ली में हुआ, जहां भारत की तरफ से कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल और यूएई की तरफ से इकोनॉमी मिनिस्टर अबदुल्ला बिन तौक अल मर्री ने हस्ताक्षर किए। China का विरोध खोखला निकला, जानिए वहां की कंपनियां की INDIA में कमाई
भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार पार्टनर
इस समझौते से बहुत सारे उत्पादों पर लगने वाले इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती होगी। हालांकि भारत सरकार को मुख्य रूप से इससे जेम्स एंड ज्वैलरी और कपड़ों के निर्यात में तेजी आने की उम्मीद है। भारत सरकार इस समझौते के बाद यूएई के साथ अगले 5 साल में कुल व्यापार के 100 अरब डॉलर के स्तर तक पहुंचने की उम्मीद कर रही है। ग्लोबल लेवल यूएई, अमेरिका और चीन के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार पार्टनर है। वित्त वर्ष 2021 के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार के 59 बिलियन डॉलर होने का अनुमान था।
प्रधानमंत्री ने खुशी जताई
इससे पहले दिन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सेना के डिप्टी सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच भारत-यूएई शिखर सम्मेलन के दौरान हुई बातचीत में इस समझौते का मुख्य रूप से जिक्र किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-यूएई वर्चुअल समिट में कहा, 'मुझे बहुत खुशी है कि दोनों देशों ने आज कॉम्प्रेहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (सीईपीए) पर साइन किए हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, 'डील हो गई। यूएई के मंत्री एच.ई अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री के साथ पाथब्रेकिंग डील पर साइन किए। आकाश हमारे व्यापार और आर्थिक संबंधों की सीमा है।'
भारत यूएई को क्या एक्सपोर्ट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूएई को भारत के प्रमुख एक्सपोर्ट में पेट्रोलियम प्रोडक्ट, प्रीशियस मेटल, स्टोन, जेम्स एंड ज्वैलरी, मिनरल्स, फूड आइटम जैसे अनाज, चीनी, फल और सब्जियां, चाय, मांस और सीफूड, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग और मशीनरी प्रोडक्ट और कैमिकल्स शामिल हैं।
जेम्स-ज्वैलरी और कपड़ों का एक्सपोर्ट बढ़ेगा
इस डील के साइन होने से प्रोडक्ट की एक बड़ी रेंज पर इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती होगी। सरकार को उम्मीद है कि इससे जेम्स-ज्वैलरी और कपड़ों का एक्सपोर्ट बढ़ेगा। अगले 5 सालों में यूएई के साथ ट्रेड 100 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। अमेरिका और चीन के बाद वर्ल्ड लेवल पर भारत यूएई का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। 2020-21 तक दोनों देशों के बीच बाइलेट्रल ट्रेड 43.3 अरब डॉलर था। कोरोना महामारी से पहले 2019-20 में, दोनों देशों के बीच व्यापार 59 अरब डॉलर के करीब था।
पिछले साल शुरू हुई थी बातचीत
पिछले साल सितंबर में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर औपचारिक तौर पर बातचीत शुरू हुई थी। इस करार में गुड्स, सर्विसेज, रूल्स ऑफ ओरिजिन, कस्टम से जुड़े नियम-कायदे, सरकारी खरीद, इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी से जुड़े अधिकार और ई-कॉमर्स शामिल हैं।