फिर झटका : विदेशी मुद्रा भंडार धड़ाम, जानिए कितना कम हुआ
नई दिल्ली, जनवरी 9। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार फिर कम हो गया है। यह लगातार दूसरा हफ्त है, जब देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज हुई है। रिजर्व बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार 31 दिसंबर 2021 को खत्म हुए हफ्ते के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के बाद 633.614 अरब डॉलर बचा है।
जानिए कितना घटा विदेशी मुद्रा भंडार
एक सप्ताह पहले के मुकाबले भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.466 अरब डॉलर कम हो गया है। 24 दिसंबर 2021 को खत्म हुए हफ्ते के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 58.7 करोड़ डॉलर घटकर 635.08 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया था। वहीं अगर महीने के हिसाब से देखा जाए तो यह लगातार दूसरा महीना है जब भारत का विदेशी मुद्रा भंडार घटा है। वहीं, 3 सितंबर, 2021 को खत्म हुए हफ्ते के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 642.453 अरब डॉलर के ऑलटाइम हाई स्तर पर था।
विदेशी मुद्रा के मामले में ये हैं टॉप 5 देश
- चीन 3.42 ट्रिलियन डॉलर
- जापान 1.40 ट्रिलियन डॉलर
- स्विटरलैंड 1.08 ट्रिलियन डॉलर
- भारत 633.614 बिलियन डॉलर
- रूस 630.500 बिलियन डॉलर
मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार देश के हित में
जिस देश के पास मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार होता है, उस देश की आर्थिक स्थिति भी अच्छी मानी जाती है। ऐसा इसलिए होता है कि अगर दुनिया में कोई दिक्कत आ जाए तो देश अपनी जरूरत का सामान कई माह तक आसानी से मंगा सकता है। इसीलिए दुनिया के बहुत से देश अपने विदेशी मुद्रा भंडार को काफी मजबूत बना कर रखते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार में निर्यात के अलावा विदेशी निवेश से डॉलर या अन्य विदेशी मुद्रा आती है। इसके अलावा भारत लोग जो विदेश में काम करते हैं, उनकी तरफ से भेजी गई विदेशी मुद्रा भी बड़ा स्रोत होती है।
जानिए क्यों कम हुआ विदेशी मुद्रा भंडार
आरबीआई के साप्ताहिक डेटा के अनुसार 31 दिसंबर 2021 को खत्म हुए समीक्षाधीन हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आने की मुख्य वजह विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए) में कमी का देर्ज होना है। एफसीए कुल मुद्रा भंडार का काफी बड़ा हिस्सा होता है। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, सप्ताह के दौरान एफसीए 1.48 अरब डॉलर कम होकर 569.889 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया है। डॉलर में बताए जाने वाले विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे यूरो, पौंड और येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्राओं को शामिल किया जाता है, साथ ही इनके एक्सचेंज रेट के हिसाब से इनके स्तर को दर्शाया जाता है।