Modi सरकार को बड़ा झटका, विदेशी मुद्रा के मामले में India टॉप 5 देश की लिस्ट से बाहर
नई दिल्ली, अक्टूबर 2। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार एक बार फिर घट गया है। यह लगातार आठवां हफ्ता है, जब इसमें गिरावट दर्ज हुई है। इस गिरावट में सबसे ज्यादा कमी फॉरेन करेंसी असेट (एफसी) में दर्ज की गई है। इस गिरावट के बाद विदेशी मुद्रा भंडार 23 सितंबर 2022 को खत्म हुए हफ्ते के दौरान 8.134 अरब डॉलर घट गया है। अगस्त 2020 के बाद यह विदेशी मुद्रा भंडार का न्यूनतम स्तर है। इस हफ्ते दर्ज हुई गिरावट के बाद भारत अब दुनिया के टॉप 5 विदेशी मुद्रा भंडार वाले देश की लिस्ट से बाहर हो गया है।
मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार देश के हित में
जिस देश के पास मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार होता है, उस देश की आर्थिक स्थिति भी अच्छी मानी जाती है। ऐसा इसलिए होता है कि अगर दुनिया में कोई दिक्कत आ जाए तो देश अपनी जरूरत का सामान कई माह तक आसानी से मंगा सकता है। इसीलिए दुनिया के बहुत से देश अपने विदेशी मुद्रा भंडार को काफी मजबूत बना कर रखते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार में निर्यात के अलावा विदेशी निवेश से डॉलर या अन्य विदेशी मुद्रा आती है। इसके अलावा भारत लोग जो विदेश में काम करते हैं, उनकी तरफ से भेजी गई विदेशी मुद्रा भी बड़ा स्रोत होती है।
जानिए कितना बचा है विदेशी मुद्रा भंडार
रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार 23 सितंबर 2022 को खत्म हुए हफ्ते के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 8.134 अरब डॉलर कम होकर 537.518 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया है। इससे पहले बीते 16 सितंबर 2022 को विदेशी मुद्रा भंडार 5.22 अरब डॉलर कम होकर 545 अरब डॉलर बचा था।
विदेशी मुद्रा के मामले में दुनिया के टॉप 6 देश
चीन 3.22 ट्रिलियन डॉलर
जापान 1.29 ट्रिलियन डॉलर
स्विट्जरलैंड 961,372 बिलियन डॉलर
रूस 549,700 बिलियन डॉलर
ताइवान 545,480 बिलियन डालर
भारत 537,518 बिलियन डॉलर
जानिए कहां दर्ज हुई सबसे ज्यादा गिरावट
बीते 23 सितंबर 2022 को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में कमी का मुख्य कारण फॉरेन करेंसी असेट (एफसीए) में कमी होना रहा है। यह कुल विदेशी मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। समीक्षाधीन हफ्ते में विदेशी मुद्रा अस्तियां 7.688 अरब डॉलर घटकर 477.212 अरब डॉलर बची हैं। डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।
जानिए कितनी बची गोल्ड रिजर्व की वैल्यू
आरबीआई की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधनी सप्ताह में गोल्ड रिजर्व में भी कमी हुई है। इस दौरान गोल्ड रिजर्व की वैल्यू 30 करोड़ डॉलर कम होकर 37.886 अरब डॉलर बची है।