दिवाली पर टूटा विदेशी मुद्रा भंडार का रिकार्ड, जानिए नया स्तर
नई दिल्ली। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 6 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह के दौरान 7.779 बिलियन डॉलर चढ़कर 568.494 बिलियन डॉलर के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर आ गया है। इससे पिछले सप्ताह 30 अक्टूबर को विदेशी मुद्रा का भंडार 1.83 करोड़ डॉलर बढ़कर 560.715 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया था। इस वर्ष 5 जून को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 500 बिलियन डॉलर के ऊपर निकला था। आरबीआई की तरफ से जारी जानकारी के अनुसार 6 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में भारी बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
स्वर्ण भंडार भी बढ़ा
बीते सप्ताह में देश की विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 6.403 बिलियन डॉलर बढ़कर 524.742 बिलियन डॉलर पर पहुंच गईं। एफसीए में अमेरिकी डॉलर को छोड़ यूरो, पाउंड व अन्य मुद्राएं शामिल होती हैं। हालांकि इसकी गणना भी डॉलर के मूल्य में ही होती है। समीक्षाधीन सप्ताह के आखिर में भारत के स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 1.328 अरब डॉलर बढ़कर 37.587 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा।
आयात निर्यात धीरे धीरे स्थिर हो रहा
सितंबर में सकारात्मक विकास के बाद अक्टूबर में भारत का निर्यात 5.12 फीसद घटा और यह 24.89 बिलियन डॉलर के स्तर पर आ गया। इसके अलावा अक्टूबर में आयात भी 11.53 फीसद कम होकर 33.6 बिलियन डॉलर रह गया। इसके चलते व्यापार घाटा भी कम होकर 8.71 अरब डॉलर रह गया। पिछले वर्ष अक्टूबर में व्यापार घाटा 11.75 अरब डॉलर के स्तर पर था। सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में पेट्रोलियम उत्पादों (52 फीसद), काजू (21.57 फीसद), रत्न एवं आभूषण (21.27 फीसद), चमड़ा (16.67 फीसद), मानव निर्मित धागे/कपड़े (12.8 फीसद), इलेक्ट्रॉनिक्स सामान (9.4 फीसद), कॉफी (9.2 फीसद), समुद्री उत्पादों (आठ फीसद) और इंजीनियरिंग सामान (3.75 फीसद) के निर्यात में बड़ी गिरावट दर्ज हुई है।
ये है चालू वित्तीय साल में आयात निर्यात का हाल
चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 7 महीनों यानी अप्रैल से अक्टूबर के दौरान निर्यात 19.02 फीसद की गिरावट के साथ 150.14 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया है। वहीं वित्त वर्ष के शुरुआती 7 महीनों में आयात 36.28 फीसद घटकर 182.29 अरब डॉलर पर रह गया है। अक्टूबर में कच्चे तेल का आयात 38.52 फीसद घटकर 5.98 अरब डॉलर पर आ गया। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान कच्चे तेल का आयात 49.5 फीसद घटकर 37.84 अरब डॉलर रहा है।
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