फिर बना रिकॉर्ड : नए स्तर पर विदेशी मुद्रा भंडार, जानें कितना बढ़ा
नई दिल्ली। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 545.03 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। 18 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में यह रिकॉर्ड बना है। आरबीआई की तरफ से जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार में 3.378 अरब डॉलर की बढ़त दर्ज हुई है। इससे पहले के हफ्ते में यह विदेशी मुद्रा भंडार 541.660 अरब डॉलर के स्तर पर था। इस भंडार में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.651 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया है।
जानिए क्यों बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार
मुद्रा भंडार में बढ़ोत्तरी की मुख्य वजह फॉरेन करेंसी असेट्स हैं। आंकड़ों के अनुसार फॉरेन करेंसी असेट्स 3.94 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 501.464 अरब डॉलर स्तर पर आ गई हैं। यह आरबीआई के विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। इसमें आरबीआई की तरफ से विदेशी मुद्रा का इस्तेमाल करके खरीदे गए एसेट्स जैसे अमेरिकी ट्रेजरी बिल शामिल होते हैं। वहीं इस दौरान सोने के भंडार में 58 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज हुई है।
वहीं कर्ज बंटने की गति घटी
8 मई तक देश के बैंक डिपॉजिट लॉकडाउन की अवधि में 2.8 लाख करोड़ से ज्यादा बढ़ गए हैं। वहीं बैंक क्रेडिट में इस अवधि के दौरान करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है। बैंक क्रेडिट ग्रोथ की बात करें तो यह पिछले साल 10.4 फीसदी बढ़ी थी, जो अब 5.3 फीसदी पर आ गई है। ऐसे माना जा रहा है कि बाजार में डिमांड न होने से क्रेडिट ग्रोथ प्रभावित हो रही है।
बैंक में नगदी जमा खूब बढ़ी
आरबीआई के तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, बैंक डिपॉजिट की वैल्यू 11 सितंबर को खत्म हुए दो हफ्ते की अवधि में सालाना आधार पर 12 फीसदी बढ़ी है। इसके मुकाबले यह पिछले साल 10 फीसदी थी। दो हफ्ते में शेडयूल्ड कमर्शियल बैंकों में कुल डिपॉजिट 71,417 करोड़ रुपये बढ़कर 142.48 लाख करोड़ रुपये हो गई है। बैंक डिपॉजिट मार्च के महीने में लॉकडाउन शुरू होने के बाद लगातार बढ़ रही है।
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