बजट 2020 : फुटवियर, चिकित्सा उपकरण और फर्नीचर होंगे महंगे
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को देश का आम बजट 2020-21 पेश कर दिया है। महंगाई के दौर से गुजर रहे लोगों को इस बजट से काफी उम्मीदें थीं। 2020-21 के आम बजट में कई ऐसे ऐलान हुए हैं।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को देश का आम बजट 2020-21 पेश कर दिया है। महंगाई के दौर से गुजर रहे लोगों को इस बजट से काफी उम्मीदें थीं। 2020-21 के आम बजट में कई ऐसे ऐलान हुए हैं। जिसके बाद आम लोगों से जुड़ी हुई चीजें महंगी हो जाएंगी। इसके अलावा कई प्रोडक्ट्स पर आम लोगों को राहत भी मिली है। तो चलिए जानते हैं कि क्या महंगा हुआ है और किस प्रोडक्ट पर राहत मिली है। बजट 2020 : महंगा हुआ एसी, मोबाइल समेत इलेक्ट्रिक सामान खरीदना ये भी पढ़ें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को अपने दूसरे बजट भाषण में आयातित फुटवियर और फर्नीचर पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का ऐलान किया है। इससे बाजार में फुटवियर और फर्नीचर की कीमतों में बढ़ोतरी होगी। नए दशक के अपने पहले बजट भाषण में सीतारमण ने चिकित्सा उपकरणों के आयात पर स्वास्थ्य उपकर लगाने की भी घोषणा की है। इससे देश में आयातित चिकित्सा उपकरण अब महंगे हो जाएंगे।
बजट में फूड प्रोसेसिंग प्रोडक्ट्स पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का भी एलान हुआ। इससे आयातित पैकेज्ड फूड के दाम बढ़ जाएंगे। इसके अलावा बजट में ऑटो पार्ट्स पर भी कस्टम ड्यूटी में इजाफा हुआ है। इससे देश में वाहन खरीदना महंगा हो जाएगा। बजट में प्लेटिनम पर भी कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। बता दें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2020-21 के लिए केन्द्रीय बजट पेश किया। इस बजट में उन्होंने किसानों से लेकर रेलवे, एजुकेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर तक के लिए कई बड़े एलान किए हैं।
जानिए क्या कुछ हुआ सस्ता
- पंखे महंगे, कस्टम ड्यूटी 10 फीसद से बढ़ाकर 20 फीसद हुई
- वित्त मंत्री ने बजट में तंबाकू और सिगरेट पर भी एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है। इसकी वजह से बाजार में तंबाकू और सिगरेट के दाम बढ़ जाएंगे।
- स्टेशनरी होगी महंगी, कस्टम ड्यूटी 10 फीसद से बढ़ाकर 20 फीसद की गई
- आयातित फुटवियर और फर्नीचर पर सीमा शुल्क बढ़ा।
- आयातित चिकित्सा उपकरण अब महंगे हो जाएंगे
- ऑटो और ऑटो पार्ट पर बढ़ी कस्टम ड्यूटी. होंगे महंगे
- आयातित फुटवेयर और फर्नीचर पर बढ़ेगी कस्टम ड्यूटी
- फुटवेयर पर सरकार ने बढ़ाया टैक्स, जूते होंगे महंगे
- विदेशी निवेश को 9 फीसद से बढ़ाकर 15 फीसद किया गया
- कॉर्पोरेट बॉंड में विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाई गई
- पोरसिलैन या चाइना सेरामिक, क्ले आयरन, स्टील, कॉपर से बने टेबलवेयर या किचनवेयर पर कस्टम ड्यूटी को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है। कैटालिटिक कन्वर्टर्स, कमर्शियल वाहनों के पार्ट्स, (इलेक्ट्रिक व्हीकल को छोड़कर) पर कस्टम ड्यूटी को बढ़ाया गया है।
जानिए क्या हुआ सस्ता
- एफएम अखबारी कागज के आयात पर शुल्क घटाता है, हल्के वजन वाले कागज 5% तक।
- शुद्ध किए गए टेरेफ्थेलिक एसिड (कपड़े और प्लास्टिक की बोतलें बनाने के लिए) पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी समाप्त कर दी गई।
- प्यूरीफाइड टेरेपैथलिक एसिड (पीटीए) पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी को खत्म कर दिया गया है। रॉ शुगर, एग्रो-एनीमल आधारित उत्पादों, टूना बैट, स्किम्ड मिल्क, कुछ एल्कोहलिक पेय पदार्थों, सोया फाइबर, सोया प्रोटीन पर से कस्टम ड्यूटी को खत्म कर दिया गया है।
- बजट के बाद होम लोन लेना भी सस्ता हो सकता है। बजट के बाद इलेक्ट्रिक कारें सस्ती हो सकती है।