Loan : चुकाने में आ रही है दिक्कत, तो अपनाएं ये तरीका
अगर आपने भी लोन ले रखा है तो ये खबर जरूर पढ़े। आज के समय में लोन लेना काफी आसान हो गया है। या यूं कहें कि आजकल आर्थिक तंगी के समय में फंड को प्राप्त करना ज्यादा सुविधाजनक हो गया है।
नई दिल्ली: अगर आपने भी लोन ले रखा है तो ये खबर जरूर पढ़े। आज के समय में लोन लेना काफी आसान हो गया है। या यूं कहें कि आजकल आर्थिक तंगी के समय में फंड को प्राप्त करना ज्यादा सुविधाजनक हो गया है। लोन हमारी अचानक पड़े पैसों की ज़रूरत पूरी करता है। बिना किसी डाक्यूमेंट के मात्र 3 मिनट में ये Bank दे रहा 50000 रु का Loan ये भी पढ़ें
लेकिन अगर आप ईएमआई नहीं दे पा रहे तो बिल्कुल न लें टेंशन। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आपके लिए बड़ी राहत लेकर आया है। जी हां मौजूदा हालात में अगर आप लोन की किस्त नहीं भर पा रहे हैं तो परेशान न हों। आरबीआई के निर्देश पर बैंकों ने लोन रिस्ट्रक्चरिंग की सुविधा शुरू कर दी है। ग्राहक बैंक की ब्रांच या ऑनलाइन इस सर्विस का फायदा लिया जा सकता है। इसमें आपकी मदद बैंक के अधिकारी पूरी तरह करेंगे।
जान लें क्या है लोन रीस्ट्रक्चरिंग स्कीम
सबसे पहले आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि लोन रीस्ट्रक्चरिंग स्कीम क्या है। इस स्कीम के तहत बैंक ग्राहक के लोन का रीपेमेंट शेड्यूल बदल सकेंगे। लोन की अवधि बढ़ाने, पेमेंट हॉलिडे देने का विकल्प रहेगा। होम लोन, एजुकेशन लोन, कार लोन की रीस्ट्रक्चरिंग हो सकती है। गोल्ड लोन, पर्सनल लोन की ईएमआई के लिए विकल्प होंगे। कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन, लोन अगेंस्ट सिक्योरिटीज भी इसमें शामिल है। ग्राहक की ईएमआई कुछ महीनों के लिए कम हो जाएगी। वहीं कुछ महीने तक ईएमआई टल भी सकती है।
कब कराना फायदेमंद
जानकारी दें कि अगर आपका कैश फ्लो कम हो गया है तो बैंक के साथ लोन रीस्ट्रक्चरिंग कर सकते हैं। इसके लिए आपका लोन अकाउंट का स्टेटस स्टैंडर्ड होना जरूरी है। 1 मार्च, 2020 तक आपका अकाउंट 30 दिन से ज्यादा के डिफ़ॉल्ट में नहीं होना चाहिए। आप अगर लोन भरने में असमर्थ हैं तो ही स्कीम का फायदा लें। कोरोना काल में आय पर असर पड़ा है तो स्कीम बेहतर विकल्प है। हालांकि स्कीम लेते वक्त बढ़ने वाले ब्याज का हिसाब ज़रूर लगा लें। बता दें कि निर्मला सीतारमण ने सभी बैंकों को कहा है कि वे जल्द से जल्द लोन रिजॉल्युशन प्लान लागू करें। आरबीआई ने पिछले महीने ही कॉरपोरेट और रिटेल लोन को लेकर बैंकों को वन-टाइम लोन रिस्ट्रक्चरिंग की इजाजत दी है।
जानिए कब लें स्कीम का फायदा
मालूम हो कि कोरोना संकट के बीच बिजनेस को दोबारा खड़ा करने के लिए इस स्कीम को लागू किया जा रहा है। सीतारमण का निर्देश था कि बैंक रिजॉल्युशन प्लान को 15 सितंबर तक रोल आउट कर दें और बैंकों ने इसकी शुरुआत कर दी है। वहीं आप अगर लोन भरने में असमर्थ हैं तो ही स्कीम का फायदा लें। इसके साथ ही अगर इस महामारी में आय पर असर पड़ा है तो स्कीम बेहतर विकल्प है। हालांकि स्कीम लेते वक्त बढ़ने वाले ब्याज का हिसाब ज़रूर लगा लें।
जान लें लोन रीस्ट्रक्चरिंग के फायदे
- स्कीम का फायदा लेने से एनपीए नहीं होगा कर्ज
- ग्राहकों से जबर्दस्ती वसूली नहीं करेगा बैंक
- रीस्ट्रक्चरिंग से कम हो सकती है आपकी ईएमआई
- रीस्ट्रक्चरिंग से लोन की अवधि बढ़ जाएगी
यह बैंक और उनके ग्राहकों दोनों के लिए फायदे का सौदा है। इससे बैंकों को अपने कर्ज को डूबने से बचाने में मदद मिलेगी। इससे उन्हें कम प्रावधान करने होंगे। वहीं, ग्राहकों को दो साल की सुविधाजनक विंडो मिल जाएगी। इसमें वे अपने कारोबार को पटरी पर ला सकते हैं। बाहर से वे अतिरिक्त फंडिंग जुटा सकते हैं। लोन की रीस्ट्रक्चरिंग से रिपेमेंट की शर्तों को आसान बनाया गया है।