Credit Card : 74 साल पहले ऐसे हुई थी शुरुआत, लोग बनाते थे इस आइडिया का मजाक
नई दिल्ली, सितंबर 23। यह बात तय है कि बडी चिजों की शुरूआत हमेशा छोटे-छोटे कदमों के साथ ही होती है, दुनियां की तमाम कंपनियां इस बात की उदाहरण हैं। इन तमाम कंपनियों में एक उदाहरण पेमेंट गेटवे कंपनी वीजा का भी है। आज दुनीया के अधिकतर देशों में वीजा के पेमेंट गेटवे और कार्ड को लोग यूज करते हैं, आज वीजा का व्यापार बहुत बड़ा है लेकिन, इसकी शुरूआत बहुत ही छोटे स्तर पर हुई थी। लगभग 64 साल पहले वीजा की स्थापना हुई थी। चलिए आपकों वीजा के शुरू होने की कहानी बताते हैं।
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1958 में हुई थी स्थापना
वीजा पेमेंट गेटवे कंपनी की स्थापना 18 सितंबर 1958 को हुई थी। आज वीजा का व्यापार दुनिया के 200 से अधिक देशों में है। विजा इन 64 सालों में विश्व की नंबर वन पेमेंट कंपनी बनी है। वीजा ही वह कंपनी है जिसने दुनिया का पहला क्रेडिट कार्ड लांच किया था। विजा ही वह कंपनी है जिसने दुनिया का पहला एटीएम मशीन भी स्थापित की थी।
क्रेडिट कार्ड की शुरूआत
आज क्रेडिट कार्ड दुनिया के करोडों लोगों के दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है लेकिन जब कंपनी ने पहली बार क्रेडिट कार्ड की शुरूआत की थी कई लोगों ने इस आइडिया का मजाक उड़ाया था। कंपनी ने क्रेडिट कार्ड की शुरूआत एक प्रयोग के माध्यम से की थी, प्रयोग को दी ड्रॉप का नाम दिया गया था। इस प्रयोग के तहत वीजा ने कैलिफोर्निया के आम निवासियों को पोस्ट के माध्यम से 60 हजार क्रेडिट कार्ड भेजे गए थे। कंपनी की इच्छा थी की लोग इस नए पेमेंट सिस्टम का प्रयोग करना शुरू कर दें।
क्या थी लिमिट
वीजा ने मीडिल क्लास और मध्यम व्यापारियों लिए बैंक ऑफ अमेरिका के साथ मिलकर क्रेडिट कार्ड की शुरूआत की थी। बैंक ऑफ अमेरिका ने बैंक अमेरिका कार्ड के नाम से 300 डॉलर की लिमिट वाला पेपर कार्ड लांच किया था। उपभोक्ता 300 डॉलर तक खर्च कर सकते थे जिसका भुगतान बाद में किया जाना था। 1970 में नेशनल बैंक अमेरिका कार्ड की शुरूआत हुई जिसके बाद 1973 में पहला इलेक्ट्रानिक अथॉराइजेशन सिस्टम की शूरूआत की गई। तब से लेकर अब तक क्रेडिट कार्ड ने एक लंबा सफर तय कर लिया है।