घर खरीदना हुआ और सस्ता, फिर से घटे प्रॉपर्टी के दाम
नयी दिल्ली। घर खरीदारों के लिए एक बहुत अच्छी खबर आई है। दरअसल देश में प्रॉपर्टी के रेट घटे हैं। एक ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स के अनुसार 2020 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में 2019 की समान अवधि के मुकाबले प्रॉपर्टी की कीमतों में 1.9 फीसदी की कमी आई है। आवासीय रियल एस्टेट की कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में 2020 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में 43वें पायदान के मुकाबले 2020 की दूसरी तिमाही में भारत वैश्विक सूचकांक में 2020 54वें नंबर पर आ गया। एक्सपर्ट कीमतों में आई इस गिरावट का कारण कोरोना महामारी के बीच रियल एस्टेट सेक्टर में आई मंदी को बताते हैं। भारत की ज्यादातर मार्केट में रेसिडेंशिल सेक्टर कम मांग से प्रभावित हुआ है। इसके अलावा महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी ने रियल एस्टेट सेक्टर और घरेलू खरीदारों की क्रय शक्ति पर निगेटिव असर डाला है।
क्या है ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स
ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स आधिकारिक आंकड़ों का उपयोग करके दुनिया भर के 56 देशों और क्षेत्रों की मुख्यधारा आवासीय कीमतों में आने वाले बदलाव पर नजर रखता है। ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक इस इंडेक्स के अनुसार 2019 की दूसरी तिमाही से 2020 की दूसरी तिमाही के दौरान 12 महीने में आये प्रतिशत बदलाव के तहत तुर्की पहले पायदान पर रहा, जहां प्रॉपर्टी की कीमतों में 25.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके बाद लक्ज़मबर्ग का नंबर है जहां प्रॉपर्टी के दाम 13.9 फीसदी बढ़े। तीसरे नंबर पर लिथुआनिया रहा। लिथुआनिया में 12.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
घर खरीदारों के लिए आसानी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जुलाई के अंतिम हफ्ते में सामने आई एक रिपोर्ट में भी प्रॉपर्टी के रेट घटने की बात कही गई थी। एक्सपर्ट कहते हैं कि प्रॉपर्टी के रेट काफी हद तक इस बात पर निर्भर करते हैं कि अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कब खुलती है। मगर कीमतों में आई मौजूदा नरमी घर खरीदारों के लिए फायदेमंद हो सकती है। इसके अलावा होम लोन की कम ब्याज दर उन्हें घर खरीदने के लिए अच्छा मौका दे सकती है। इस समय होम लोन की ब्याज दरें काफी नीचे हैं। घर खरीदारों के लिए ये एक अच्छा मौका हो सकता है।
एशिया प्रशांत में कैसी है प्रॉपर्टी
एशिया प्रशांत क्षेत्र में देखें तो न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया, जिन्हें शुरू में महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने वाले देशों के रूप में देखा गया था, में मिली-जुली स्थिती रही। मार्च और जून के बीच ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स पर रैंकिंग में न्यूजीलैंड दूसरे से 11वें स्थान पर खिसक गया। हालांकि न्यू-जीलैंड में प्रॉपर्टी की कीमतों में 9 फीसदी की सालाना कीमत वृद्धि दर्ज की गई, जिससे यह एशिया प्रशांत क्षेत्र में इस मामले में टॉप पर रहा। दक्षिण कोरिया, जहां पहली तिमाही में वार्षिक मूल्य वृद्धि 0.1% पर काफी कम थी, ने दूसरी तिमाही में वार्षिक मूल्य वृद्धि 1.3 फीसदी दर्ज की।
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