HDFC Mutual Fund लाया 23 देशों में निवेश करने का मौका, जानिए कैसे
नई दिल्ली, सितंबर 18। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (एमएफ) ने एक नया डेवलप्ड वर्ल्ड इंडेक्स फंड ऑफ फंड्स (एचडीडब्ल्यूआई एफओएफ) शुरू किया है। यह एक अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) और इंडेक्स फंड के कॉम्बिनेशन में निवेश करेगा। इसे क्रेडिट सुइस ने इस तरह से डेवलप किया है कि यह एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स के रिटर्न को ट्रैक करेगा। एचडीएफसी की ओर से पेश किया गया यह पहला अंतरराष्ट्रीय फंड है। एचडीडब्ल्यूआई एफओएफ एक पैसिवली-मैनेज्ड स्कीम है जो निवेशकों को वैश्विक बाजारों में निवेश करने का मौका देगी। यह स्कीम यूरोप, जापान, प्रशांत (पूर्व-जापान), कनाडा और अमेरिका को ट्रैक करने वाले पांच वैश्विक फंड्स में निवेश करेगी।
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इस तरह होगा निवेश
एचडीएफसी फंड वैश्विक फंडों में उस अनुपात में निवेश करेगा, जिसमें इसके बेंचमार्क इंडेक्स, एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स का वेटेज होगा। आमतौर पर अन्य भारत-आधारित अंतर्राष्ट्रीय फंड आपके पैसे को विदेश में एक ही योजना में निवेश करते हैं। एचडीडब्ल्यूआई एफओएफ एक अलग अप्रोच को फॉलो करेगा। यह दुनिया भर में निवेश करेगा और यह ऐसा किसी देश या खास सेक्टर के फंड्स में निवेश करके करेगा।
23 विकसित देशों में निवेश करने का मौका
इन पांच फंडों के जरिए एचडीडब्ल्यूआई एफओएफ 23 विकसित देशों में निवेशकों को निवेश मुहैया कराएगा। यूएस या किसी क्षेत्र पर केंद्रित फंड के विपरीत एचडीडब्ल्यूआई एफओएफ का उद्देश्य निवेशकों को अधिक जगहों पर निवेश का मौका देना है। फिर भी अमेरिकी बाजारों में 67 प्रतिशत तक का एक्सपोजर होगा। यूरोप का वेटेज 19.1 प्रतिशत होगा। जापान (6.6 प्रतिशत), कनाडा (3.3 प्रतिशत) और अन्य विकसित बाजार (जापान को छोड़कर, 3.3 प्रतिशत पर) होंगे।
किन सेक्टरों पर होगा फोकस
एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स में इस समय आईटी सेक्टर में 22 प्रतिशत एक्सपोजर है। इसके बाद वित्तीय क्षेत्र में 13 प्रतिशत और स्वास्थ्य सेवा के लिए 12.9 प्रतिशत एक्सपोजर है। बाकी एक्सपोजर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (11.9 प्रतिशत), इंडस्ट्री (10.6 प्रतिशत), कम्युनिकेशन सर्विसेज (9.1 प्रतिशत), कंज्यूमर स्टेपल (7.01 प्रतिशत) और अन्य क्षेत्रों के लिए हैं।
किसके लिए बढ़िया ऑप्शन
वित्तीय योजनाकारों का कहना है कि ऐसा फंड पहली बार निवेश करने वाले उन निवेशकों के लिए बढ़िया है, जिनका अंतरराष्ट्रीय फंडों में कोई निवेश नहीं है। इस फंड का एक्सपोजर कई देशों में फैला होगा तो ऐसे में किसी खास देश को लेकर जोखिम नहीं होगा। एक रूढ़िवादी जोखिम-प्रोफाइल वाले निवेशक के लिए, यह फंड सही है। एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स (14.3 फीसदी) ने भी पिछले पांच सालों में निफ्टी (11.8 फीसदी) से ज्यादा रिटर्न दिया है।
टैक्स का रखें ध्यान
पिछले पांच वर्षों में एमएससीआई यूएस ब्रॉड मार्केट इंडेक्स ने विश्व सूचकांक को पीछे छोड़ते हुए 18 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं विदेशी फंड में निवेश करने वाले एफओएफ के रूप में इस योजना को टैक्सेशन के लिए डेब्ट फंड के रूप में माना जाएगा। इंडेक्सेशन बेनिफिट (मुद्रास्फीति-समायोजित लाभ) के साथ लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (एलटीसीजी) टैक्स तीन साल के बाद 20 प्रतिशत पर लागू होगा। शॉर्ट टर्म (तीन साल से कम) कैपिटल गेन पर निवेशक के टैक्स स्लैब रेट के हिसाब से टैक्स लगेगा। फंड बेहद रूढ़िवादी निवेशकों के लिए है। इसके काफी ज्यादा विविधीकरण वाला फंड होने के कारण, फंड के स्थिर लेकिन मध्यम रिटर्न देने की अधिक संभावना है।