40 साल में रिटायर होकर करनी है मौज, तो फॉलो करें ये रूट, होगा पैसा ही पैसा
नई दिल्ली, सितंबर 7। लोगो की सोच अपने काम को लेकर के बहुत तेजी से बदल रही है। लोग कोरोना के बाद से अपनी वर्क लाइफ को मैनेज करने में बहुत ज्यादा जोर दे रहे है। लोग अपनी लाइफ को अपने तरीके से नहीं जी पा रहे हैं वे 9 बजे से 5 बजे की नौकरी से बोर हो गए है। लेकिन नौकरी भी जरूरी है क्योंकि पैसों की जरूरत किसे नहीं है। 60 वर्ष में रिटायरमेंट अब बीती हुई बात हो गई है। अर्ली रिटायरमेंट का ट्रेंड बहुत तेजी से बढ़ रहा है। बहुत लोग 40 से 50 वर्ष की उम्र में रिटायरमेंट लेने का सोच रहे है। जिससे वे बाकी लाइफ का पूरा आनंद ले सके। मगर क्या आपको लगता है कि ये इतना आसान है। असल में ये इतना भी सरल नहीं है। लेकिन यदि आप सही रणनीति अपनाएं तो आप 40 वर्ष की उम्र में ही रिटायर हो सकते है। आज हम आपको कुछ टिप्स और फॉर्मूला दे रहे हैं। जिसकी आप सहायता ले कर आराम से 40 वर्ष की उम्र में रिटायर हो सकते है।
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रिटायरमेंट कॉर्पस कितना बड़ा हो
यदि आप अर्ली रिटायरमेंट लेने का विचार कर रहे है तो सबसे पहले आप अपने आप से 2 सवाल पूछे एक की आप कितने पैसों की जरूरत होगी और 2 आप कितना जल्दी रिटायर होना चाहते है। आपका पहला सवाल को दूसरे शब्दों में कहे तो आपको महीने या साल का कितना खर्च होगा। इसमें आपको थंब रूल आपकी सहायता करेगा। ये 4 प्रतिशत वाला नियम है। यदि आप 5 करोड़ रु की राशि के साथ रिटायर होते है तो 4 प्रतिशत नियम के मुताबिक आप हर वर्ष 5 करोड़ रु का 4 प्रतिशत इस्तेमाल कर सकते है। जो 20 लाख रु होता है।
दूसरा नियम
दरअसल, ऐसा करने का दूसरा नियम की बात करें तो ये नियम को उलट देना है यानी आपका रिटायरमेंट कॉर्पस उस पैसे का 25 गुना होना चाहिए। आप जो आपके रिटायरमेंट के पहले वर्ष निकलेंगे। मान लेते है आपके रिटायरमेंट के पहले साल में आपको 10 लाख रूपये को जरूरत है तो उसका 25 गुना आता है। जो 2.5 करोड़ होती है। इतनी राशि आपके पास आपके रिटायरमेंट के व्यक्त होनी चाहिए।
अर्ली रिटायरमेंट में फायर स्ट्रेटजी बहुत काम आती है
फायर स्ट्रेटजी अर्ली रिटायरमेंट में बेहद ही काम आती है। इस स्ट्रेटजी 3 तरह से होती है। इसके लिए सबसे पहले आप अपनी कमाई का 50 से 70 प्रतिशत तक बचाना शुरू करें। दूसरे की बात करें तो आपको अपने खर्चों को कम करके आर्थिक नुकसान दिखाना होता हैं। तीसरे की बात करें तो आपको अपनी सेविंग को लो-कोस्ट इंडेक्स फंड के पसंदीदा इंस्ट्रूमेंट के साथ बुद्धिमानी से इन्वेस्ट करना होगा। ज्यादा बचाए, कम खर्च करें और दिमाग से निवेश करें।