खुशखबरी : Mutual Funds को मिली विदेशी शेयर खरीदने की छूट, जानिए फायदे
नई दिल्ली, जून 24। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने म्यूचुअल फंडों को फिर से विदेश के शेयर बाजारों में निवेश करने की अनुमति दी है। म्यूचुअल फंड कंपनियां अब 7 अरब अमेरिकी डॉलर तक की धनराशि व्यापार के लिए विदेश के शेयरों में इनवेस्ट कर सकती हैं। सेबी का यह फैसला वैश्विक बाजारों के हालात में हुए सुधार के बाद आया है। अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई है ऐसे में विदेशी कंपनियों में निवेश करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
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क्यो हुआ था बंद
2022 के पहले महीने मे ही सेबी ने म्यूचुअल फंड हाउस को विदेशी शेयरों में निवेश करने वाली योजनाओं में नए सब्सक्रिप्शन लेने से मना कर दिया था। सेबी का नए सब्सक्रिप्शन रोकने का फैसला तब आया था जब भारत की म्यूचुअल फंड कंपनियां विदेश के बाजारों में 7 बिलियन अमरीकी डालर की अनिवार्य सीमा को पार कर चुकी थी। वैश्विक शेयरों में मंदी ने सभी म्यूचुअल फंड हाउस के निवेश पर बुरा प्रभाव पड़ा है।
सेबी ने क्या निर्देश दिए है
सेबी ने एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) को निर्देश दिया कि "म्यूचुअल फंड योजनाएं विदेशी निवेश लिमिट को ध्यान में रखते हुए विदेशी फंड और शेयरों में निवेश कर सकती हैं, सेबी ने कहा की म्यूचुअल फंड फर्म सब्सक्रिप्शन फिर से शुरू कर सकती हैं"। साथ ही, नियामक ने कंपनियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि एएमसी या म्यूचुअल फंड में निवेश फरवरी माह के मानक स्तर पर ही सीमित रहे।
जल्द ही विदेशी म्यूचुअल फंड में निवेश होगा शुरू
फैसले के तुरंत बाद एडलवाइस म्यूचुअल फंड ने घोषणा किया कि वह अगले सप्ताह के मंगलवार से अपनी अंतरराष्ट्रीय म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश स्वीकार करेगा।
फंड जिसमें निवेश शुरू होंगे
आसियान इक्विटी ऑफ-शोर फंड, ग्रेटर चाइना इक्विटी ऑफ-शोर फंड, यूएस टेक्नोलॉजी इक्विटी फंड, इमर्जिंग मार्केट्स अपॉर्चुनिटीज इक्विटी ऑफशोर फंड, यूरोप डायनेमिक इक्विटी ऑफशोर फंड, यूएस वैल्यू इक्विटी ऑफ-शोर फंड, एमएससीआई इंडिया डोमेस्टिक और वर्ल्ड हेल्थकेयर 45 इंडेक्स फंड।
जनवरी में सेबी के निर्देश के बाद, पीपीएफएएस म्यूचुअल फंड, डीएसपी म्यूचुअल फंड और एडलवाइस म्यूचुअल फंड सहित कई फंड हाउस ने अंतरराष्ट्रीय निवेश वाली अपनी योजनाओं में इनवेस्टमेंट स्वीकार करना बंद कर दिया था।