खुशखबरी : सस्ता हो गया सोना, कीमतों में भारी गिरावट, जानें चांदी का हाल
नई दिल्ली, अगस्त 2। कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सोने की कीमतों में जोरदार गिरावट दर्ज की गयी है। हालांकि आज आई गिरावट के बावजूद 24 कैरेट वाले सोने की कीमत 48000 रु के ऊपर बरकरार है। सोने के साथ ही आज चांदी की कीमतों में भी कमजोरी देखने को मिली। इससे चांदी के दाम 68000 रु प्रति किलो के नीचे आ गए हैं। आगे देखें सोने-चांदी के लेटेस्ट रेट।
Lux Industries : साल भर में कराया 250 फीसदी से ज्यादा मुनाफा, निवेशक हुए मालामाल
02 अगस्त के रेट
सोमवार को सोने की कीमतों में कमजोरी दर्ज की गयी है। आज 24 कैरेट वाले सोने की कीमतों में 318 रु प्रति 10 ग्राम की गिरावट देखने को मिली। इससे 24 कैरेट वाले सोने का रेट प्रति 10 ग्राम 48423 रु से गिर कर 48105 रु पर आ गया। चांदी की कीमतों की बात करें तो ये प्रति किलोग्राम 177 रु सस्ती हो गयी। चांदी के दाम प्रति किलो 68113 रु से गिर कर 67936 रु पर पहुंच गए। इससे पहले कल सोने के दाम बढ़े थे, जबकि चांदी सस्ती हुई थी।
बाकी कैरेट सोने का रेट
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट के अनुसार कल शाम के रेट की तुलना में आज सुबह 23 कैरेट वाला सोना 317 रु सस्ता होकर प्रति 10 ग्राम 47912 रु और 22 कैरेट वाला सोना 291 रु सस्ता होकर 44064 रु पर पहुंच गया। इसके अलावा 18 कैरेट वाले सोने का दाम भी 238 रु नीचे आया और यह प्रति 10 ग्राम 36079 रु पर पहुंच गया। अंत में बात करें 14 कैरेट वाले सोने की तो यह प्रति 10 ग्राम 186 रु गिर कर 28141 रु पर आ गया।
ये हैं आपके शहर के रेट
अगर आप रोज अपने शहर के सोने और चांदी के रेट चेक करना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट के पेज (https://hindi.goodreturns.in/gold-rates/) पर विजिट करें। बता दें कि हमने जो सोने और चांदी के यहां बताए हैं, वे इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट के मुताबिक हैं। ध्यान रहे कि इन कीमतों में जीएसटी शामिल नहीं होगा। आप देश भर में कहीं भी सोना खरीदते या बेचते समय इन रेट का हवाला दे सकते हैं।
बढ़ी सोने की मांग
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत की सोने की मांग सालाना आधार पर 19.2 फीसदी बढ़कर 76.1 टन हो गई। पिछले साल की समान अवधि में सोने की मांग 63.8 टन रही थी। हालाँकि, देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण मांग में तिमाही दर तिमाही आधार पर 46 प्रतिशत की गिरावट आई। ये गिरावट जनवरी-मार्च तिमाही के मुकाबले है।
लॉकडाउन का पड़ा असर
2021 की दूसरी तिमाही में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बाद लोकल स्तर पर लॉकडाउन लगाए गए। पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले, जब राष्ट्रीय लॉकडाउन ने बिजनेस को ठप्प कर दिया था, यह तिमाही अपेक्षाकृत बेहतर रही। वैल्यू के लिहाज से, भारत की सोने की मांग में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 32,810 करोड़ रुपये पर रही, जो 23 प्रतिशत की वृद्धि है। 2020 की इसी अवधि के दौरान यह 26,600 करोड़ रुपये थी।