खुशखबरी : CNG-PNG हो सकती हैं सस्ती, सरकार ने उठाया बड़ा कदम
नई दिल्ली, अगस्त 11। सीएनजी और पीएनजी के लगातार बढते दामों के बीच ग्राहको के लिए एक राहत भरी खबर आई है। देश में सीएनजी और पीएनजी के दाम कम हो सकते हैं। केन्द्र सरकार ने सीएनजी और पाइप लाइन के जरिए रसोई के लिए उपलब्ध पीएनजी गैस के दामों में कमी लाने के लिए इंडस्ट्रीज से प्राकृतिक गैस लेकर शहरी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को दी है। सरकार ने यह फैसला बुधवार को लिया।
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महानगरों में गैस हो सकती है सस्ती
पेट्रोलियम मंत्रालय ने बुधवार को नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि शहर में गैस डिस्ट्रीब्यूटर्स को घरेलू स्तर पर उत्पादित होने वाले गैस का एलोकेशन बढ़ाने के लिये पहले के आदेश को संशोधीत किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) और फाइनेंशियल कैपिटल मुंबई की महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) जैसे महानगरों में गैस डिस्ट्रीब्यूशन करने वाली कंपनियों के लिये गैस का आवंटन 1.75 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन से बढ़ाकर, अब 2.078 करोड़ घन मीटर कर दिया गया है।
सीएनजी और पीएनजी के बढ़े है दाम
अधिकारियों ने कहा बताया कि गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों ने उच्च कीमत की वजह आयातित एलएनजी की व्यवस्था को बताया था। कंपनियों ने सरकार से इस मामलें की शिकायत की थी। कंपनियों का कहना था कि इसी कारण से सीएनजी और पाइप वाली रसोई गैस (पीएनजी) के दाम बार-बार बढ़ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने जो आवंटन बढ़ाया है वह देश में पाइप के जरिये रसोई गैस और वाहनों के लिये सीएनजी आपूर्ति की 94 प्रतिशत मांग को पूरा करेगा। अबतक देश में सीएनजी और पीएनजी की करीब 83 फीसदी मांग इस चेन के जरिये पूरी की जाती थी। बाकी बचे खपत को गेल गैस आवंटन करती है।
कितने कम हो सकते हैं दाम
पूर्व की डिस्ट्रीब्यूशन व्यवस्था के मुताबिक गेल एलएनजी के साथ मिलकर घरेलू स्तर पर उपलब्ध गैस की औसत दाम के आधार पर आपूर्ति करती थी। इस व्यव्सथा के अनुसार मौजूदा माह के लिये प्राकृर्तिक गैस की कीमत 10.58 डॉलर प्रति यूनिट होती है। नियमों में संशोधन के बाद गैस कीमत घटकर 7.5 डॉलर प्रति यूनिट हो जाएगी। आदेश के बाद गेल एलपीजी और पेट्रोरसायन संयंत्रों का आवंटन कम करके शहरों में गैस डिस्ट्रीब्यूटर्स की आपूर्ति बढ़ाएगी।