Gold की कीमतों में भारी गिरावट, चांदी का रेट भी फिसला
नई दिल्ली, जुलाई 19। आज कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सोने की कीमतों में भारी गिरावट आई। पिछले कई दिनों में सोना काफी महंगा हुआ है। मगर आज सोना सस्ता हो गया। आज सोमवार 19 जुलाई को सोने की कीमतों में काफी कमी आई। चांदी की कीमतों पर नजर डालें तो आज सोने के साथ-साथ चांदी भी सस्ती हुई। चांदी का दाम 68000 रु प्रति किलो के नीचे आ गया है। जानते हैं सोने और चांदी के आज के रेट।
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19 जुलाई को सोने और चांदी के रेट
सोमवार को सोने की कीमतों में 123 रु की बढ़त दर्ज की गयी। आज सुबह 24 कैरेट वाला सोना 123 रु प्रति 10 ग्राम की गिरावट के साथ खुला। इससे 24 कैरेट वाले सोने का रेट प्रति 10 ग्राम 48273 रु से गिर कर 48150 रु पर पहुंच गया। चांदी की कीमतों की बात करें तो ये प्रति किलोग्राम 1223 रु सस्ती हुई। चांदी के दाम प्रति किलो 68912 रु से गिर कर 67689 रु पर आ गए।
बाकी कैरेट सोने के रेट
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट के अनुसार कल शाम के रेट की तुलना में आज सुबह 23 कैरेट वाला सोना 123 रु सस्ता होकर प्रति 10 ग्राम 47957 रु और 22 कैरेट वाला सोना 113 रु सस्ता होकर 44105 रु पर आ गया। इसके अलावा 18 कैरेट वाले सोने का दाम भी 92 रु नीचे गया और यह प्रति 10 ग्राम 36113 रु तक महंगा हो गया। अंत में बात करें 14 कैरेट वाले सोने की तो यह प्रति 10 ग्राम 72 रु की कमजोरी के साथ 28168 रु पर आ गया।
आपके शहर में क्या हैं सोने-चांदी के रेट
गौरतलब है कि सोने और चांदी कीमत जो यहां ऊपर बताई गई है, वे इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट के मुताबिक हैं। अगर आप रोज अपने शहर के सोने और चांदी के रेट चेक करना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट के पेज (https://hindi.goodreturns.in/gold-rates/) पर विजिट करें। इन कीमतों में जीएसटी शामिल नहीं है। एक और बात आप देश भर में कहीं भी सोना खरीदते या बेचते समय इन रेट का हवाला दे सकते हैं।
कैसे लगेगा टैक्स
अब पुरानी ज्वेलरी की खरीदारी पर ज्वेलर के खरीद और बिक्री मूल्य के बीच जो अंतर होगा उसी पर जीएसटी लगेगा। यह मुद्दा आध्या गोल्ड (प्रा.) लिमिटेड द्वारा कर्नाटक अथॉरिटी ऑफ एडवांस रूलिंग ("एएआर") के सामने उठाया गया था। एएआर के मुताबिक ज्वेलरी को बुलियन में नहीं कंवर्ट किया जाए और उससे नई ज्वेलरी नहीं बन रही तो केवल मार्जिन पर ही जीएसटी लगेगा। क्योंकि ऐसे में पुरानी ज्वेलरी को सिर्फ सफाई और पॉलिशिंग के बाद फिर से बेचा जाता है।
इस तरह आसानी से समझिए
यदि कोई ज्वेलर पुरानी ज्वेलरी 40000 रु में खरीदता है और उसे 45000 रु में बेचता है तो इस स्थिति में सिर्फ 5000 रु पर ही जीएसटी लगेगा। 3 फीसदी जीएसटी के हिसाब से टैक्स 150 रु। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे ज्वेलरी इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा। साथ ही कम बजट में पुरानी ज्वेलरी खरीदने वालों को भी फायदा मिलेगा।