Gold : खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन बातों पर पहले दें ध्यान
नयी दिल्ली। इस समय सोने की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। वर्ष 2020 में 20 प्रतिशत से अधिक तेजी के बाद अब भी सोने की कीमतों में तेजी की उम्मीद है, मगर ऐसा माना जा रहा है कि सोने में पिछले साल की तरह बढ़ोतरी नहीं होगी। पर सोना एक सुरक्षित निवेश ऑप्शन है, जिसके लिए एक्सपर्ट कहते हैं कि हर निवेशक को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहिए। अगर आप इस साल सोने में निवेश पर विचार कर रहे हैं तो कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें आपको अनदेखा नहीं करना चाहिए।
नये अमेरिकी राष्ट्रपति का फैसला
जो बाइडेन ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति का पदभार संभाल लिया है। इसके बाद निवेशकों को एक बड़े राहत पैकेज की उम्मीद है। मगर इस तरह के उपाय से सोने की कीमतों को बढ़ोतरी होगी, क्योंकि निवेशकों के लिए सोना सुरक्षित आश्रय की तरह होता है। वास्तव में सोने को मुद्रास्फीति से बचाव करने वाला (Inflation Hedge) भी माना जाता है।
गोल्ड ज्वेलरी खरीदने के लिए केवाईसी
अब जबकि 2 लाख रुपये से कम की ज्वेलरी खरीदने पर केवाईसी की जरूरत नहीं है, तो इससे ज्वेलर्स और निवेशकों को राहत मिलेगी। फिर भी इस मामले में किसी भी बड़ी घोषणा (जैसे अवैध व्यापार को रोकने के लिए डिस्क्लोजर की आवश्यकता) से लोग सतर्क हो सकते हैं और इससे मांग में गिरावट के साथ कीमतों पर भी असर पड़ सकता है। दिलचस्प बात यह है कि सोने की फिजिकल मांग में भी तेजी देखी जा रही है, जिससे कीमतों में बढ़त होगी।
कोविड-19 वैक्सीन का असर
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो गया है और इसके सफल होने पर हर तरफ सकारात्मकता के साथ तेजी से आर्थिक सुधार होगा। इससे निवेशक अपने पैसे को जोखिम वाले ऑप्शन में भी लगा सकते हैं। शेयर बाजार की तेज गति को देखते हुए निवेशक पहले से ही इक्विटी में अपना रास्ता तलाश रहे हैं। महीना दर महीना आधार पर एक महीने में 1 करोड़ नए प्रतिभागी इक्विटी बाजार से जुड़े हैं।
डॉलर हो रहा मजबूत
माना जा रहा है कि आगे डॉलर में गिरावट आ सकती है। इससे सोने के रेट ऊपर जाएंगे, क्योंकि सोना और डॉलर उल्टी दिशा में चलते हैं। केंद्रीय बैंकों के पास गोल्ड की रिकॉर्ड होल्डिंग, ग्लोबल डेब्ट का ऊंचे स्तर पर होना और उच्च निवेश मांग भी सोने के लिए बेहतर है। यानी ये तमाम फैक्टर सोने को ऊपर जाने में मदद करेंगे।
ध्यान रखने वाली जरूरी बातें :
- निवेशकों को सोने को एक पोर्टफोलियो डाइवर्सिफायर के रूप में देखना चाहिए, जो मुद्रास्फीति से बचाव और दबाव के समय अच्छा रिटर्न देने वाले ऑप्शन के रूप में देखा जाता है।
- सोने को एक एसेट क्लास के रूप में देखना चाहिए जो हाई रिटर्न जनरेट करने में मदद करता है
- सोने में खरीदारी रेट गिरने पर करें और वो भी चरणबद्ध तरीके से। 22 जनवरी 2021 को एमसीएक्स पर सोने की कीमत 258 रुपये या 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 49,190 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रही। 2020 में कोरोना के चलते सोने के आयात में काफी गिरावट आई, जबकि इसने अच्छा रिटर्न दिया।
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