Gautam Adani का बड़ा खुलासा, जानिए सरकारी बैंकों पर कितना बकाया
नई दिल्ली, सितंबर 7। दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी की अगुवाई वाले अडानी ग्रुप ने बहुत अधिक कर्ज में होने की आशंकाओं पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अडानी ग्रुप कि तरफ से इन आशंकाओं को खारिज किया गया और ये कहा कि ऑपरेटिंग प्रॉफिट के अनुपात में उसके शुद्ध कर्ज की स्थिति सुधरी है। उसने सरकारी बैंकों से लिए लगभग 50 प्रतिशत से अधिक के कर्ज को चुका दिया है।
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ग्रुप की तरफ से 15 पेज का नोटिस जारी किया गया
अडानी ग्रुप ने एक 15 पेज का नोटिस जारी किया है। ये नोटिस अडानी ग्रुप ने बहुत अधिक कर्ज में होने के बारे आई क्रेडिटसाइट्स की रिपोर्ट के जवाब में जारी किया है। अडानी ग्रुप की तरफ से कहा गया है कि कंपनी ने लगातार अपने कर्ज को अदा किया हैं। जिससे एबिटा आय का अनुपात घटकर 3.2 गुना रह गया है। जो 9 वर्ष पूर्व 7.6 गुना हुआ करता था।
कर्ज कितना रह गया है
अडानी समूह के पास उपलब्ध नकद को ध्यान में रखें तो ग्रुप पर मार्च 2022 में 1.88 लाख करोड़ रु का सकल कर्ज और 1.61 का करोड़ रु का शुद्ध ऋण था। समूह कि तरफ से कहा गया कि वित्त वर्ष 2015-16 में उसकी कंपनियों के कुल कर्ज में सार्वजनिक बैंकों से लिए गए कर्ज का 55 प्रतिशत अनुपात पर था। जो वित्त वर्ष 2015-16 में निजी बैंको से लिए गए कर्ज की कुल ऋण में हिस्सेदारी 31 प्रतिशत हुआ करती थी। जो अब घटकर 11 प्रतिशत पर आ गई है। वही उलट बॉन्ड के जरिये जुटाए गए कर्ज की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत हो गई है जो पहले 14 प्रतिशत थी।
अधिक मात्रा के कर्ज लेकर बिजनेस का विस्तार और नए बिजनेस खोल रही है
फिच समूह की फर्म क्रेडिटसाइट्स की तरफ से पिछले महीने जारी के रिपोर्ट में अडानी समूह के अधिक कर्ज में डूबे होने की बाते कही थी। उसने कहा था कि अडानी समूह बहुत अधिक मात्रा में कर्ज को लेकर उस पैसे का उपयोग अपने बिजनेस को बढ़ाने और नए बिजनेस को शुरू करने के लिए कर रहा है। क्रेडिटसाइट्स की तरफ से यह आशंका भी जताई गई थी कि हालत के खराब होने पर ग्रुप की ऋण समर्थित बिजनेस योजनाएं बहुत अधिक कर्ज में डूब सकती है।