किस्मत का खेल : ऑटो ड्राइवर रातोंरात बना करोड़पति, लॉटरी में जीते 12 करोड़ रु
नई दिल्ली, सितंबर 22। बहुत से लोग रातोंरात अमीर बनने का सपना देखते हैं। मगर ये सपना हर कोई पूरा नहीं कर पाता। फिर भी कुछ लोग किस्मत के धनी होते हैं, जो वाकई में रातोंरात करोड़पति बन जाते हैं। जैसे कि केरल के एर्नाकुलम जिले के एक 58 वर्षीय ऑटो-रिक्शा चालक की किस्मत रातोंरात बदल गयी। उन्हें राज्य सरकार की थिरुवोनम बम्पर लॉटरी का विजेता घोषित किया गया है। इस लॉटरी में उन्हें 12 करोड़ रुपये का इनाम जीता है।
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मिलेंगे 7.4 करोड़ रु
कोच्चि के मराडू के रहने वाले जयपालन पीआर ने पास की बैंक शाखा में विजेता टिकट की ऑरिजनल कॉपी जमा की, जिसके बाद उन्हें लॉटरी के प्रथम पुरस्कार विजेता के रूप में प्रमाणित किया गया। टैक्स और एजेंसी के कमीशन की कटौती के बाद उन्हें लगभग 7.4 करोड़ रुपये की राशि मिलने की उम्मीद है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार जयपालन ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्होंने 10 सितंबर को त्रिपुनिथुरा में मीनाक्षी लकी सेंटर से टिकट खरीदा था।
300 रु में बने करोड़पति
लॉटरी टिकट की कीमत 300 रुपये थी। उन्होंने कहा कि वह नियमित रूप से लॉटरी टिकट खरीदते हैं और पहले भी 5,000 रुपये जीत चुके हैं। उन्हें रविवार की दोपहर पता चला कि वह विजेता हैं। उस समय राज्य सरकार के दो मंत्रियों की निगरानी में तिरुवनंतपुरम में ड्रॉ के दौरान टीवी स्क्रीन पर टिकट नंबर फ्लैश हुआ। उन्होंने अपने बेटे को टिकट के बारे में बताया लेकिन अपने दोस्तों या परिवार को इस खबर का खुलासा नहीं किया। सोमवार को उन्होंने अखबार में छपी खबर को क्रॉस चेक किया और सीधे बैंक जाकर टिकट जमा कराया।
चुकाना चाहते हैं कर्ज
यह पूछे जाने पर कि वह इस पुरस्कार राशि का क्या करेंगे। जयपालन कहते हैं कि उन पर कुछ कर्ज है, जिन्हें वे चुकाना चाहता हैं। उन पर अदालत में दो दीवानी के मामले भी के चल रहे हैं जिन्हें वे क्लियर करना चाहते हैं। वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं और अपनी बहनों की आर्थिक मदद करना चाहता हैं। उनकी मां के अनुसार वे कर्ज में डूबे हुए थे। अगर ये लॉटरी नहीं होती, तो उनके बेटे कर्ज अदा नहीं कर पाते। उन्हें लगता है कि भगवान ने उनकी मदद की।
कई और भी लोग बने करोड़पति
राज्य की लॉटरी में 12 करोड़ रुपये के जैकपॉट के अलावा, छह विजेताओं के लिए 1 करोड़ रुपये, 12 विजेताओं के लिए 10 लाख रुपये, 12 विजेताओं के लिए 5 लाख रुपये और 108 विजेताओं के लिए 1 लाख रुपये का पुरस्कार भी था। पुरस्कार राशि की गणना एजेंसी और टिकट विक्रेता के लिए टैक्स और कमीशन की कटौती के बाद की जाती है।
54 लाख टिकट छपे
राज्य सरकार के लॉटरी विभाग के मुताबिक कि उसने इस साल थिरुवोनम बम्पर लॉटरी के लिए 54 लाख टिकट छापे थे, जो सभी बिक गए। विभाग ने पिछले साल के मुकाबले 10 लाख टिकट ज्यादा छापे थे। इस साल की बंपर बिक्री से लॉटरी विभाग को 126 करोड़ रुपये की इनकम हुई। बता दें कि भारत में कई राज्य सरकारें इस तरह की लॉटरी चलाती हैं।