FM Press Conference : फिनटेक सेक्टर को है बैंकिंग मदद की जरूरत
नई दिल्ली, अगस्त 25। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुंबई का दो दिनों का दौरा किया और आज सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रमुख अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने महामारी प्रभावित अर्थव्यवस्था का समर्थन करने में बैंक के वित्तीय प्रदर्शन और प्रगति की समीक्षा की। साथ ही इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई अहम मुद्दों पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीएसबी से निर्यात वाले उद्योगों और राज्य सरकारों के के साथ बातचीत करने का अनुरोध किया गया है। फिनटेक सेक्टर को लेकर उन्होंने कहा कि एक सेक्टर के रूप में फिनटेक को बैंकों से बहुत अधिक सहायता की आवश्यकता होती है। आगे जानिए उनकी प्रेस कॉनफ्रेंस की बड़ी बातें।
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बिजनेस डेवलपमेंट के लिए आगे आएं बैंक
वित्त मंत्री ने कहा कि पूर्वी राज्यों, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड में सीएएसए (चालू खाता बचत खाता) डिपॉजिट बढ़ रहे हैं। इसलिए बैंकों को इन क्षेत्रों में बिजनेस डेवलपमेंट के लिए क्रेडिट फ्लो की सुविधा प्रदान करनी चाहिए। सभी बैंकों ने सामूहिक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है और सभी बैंक पीसीए (त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई) से बाहर आ गए हैं।
लॉन्च किया ईज 4.0
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को ईज (ईएएसई) 4.0 या एन्हांस्ड एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस लॉन्च किया। ईज 4.0 पीएसबी के लिए एक सामान्य सुधार एजेंडा है, जिसका उद्देश्य क्लीन और स्मार्ट बैंकिंग सिस्टम बनाना है। वित्त मंत्री ने कहा कि बदलते समय के साथ, अब उद्योगों के पास बैंकिंग क्षेत्र के अलावा दूसरी जगहों से भी पैसा जुटाने के विकल्प हैं। बैंक खुद भी विभिन्न माध्यमों से पैसा जुटा रहे हैं।
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट स्कीम
वित्त मंत्री ने कहा कि बैंक एक विशेष क्षेत्र के उद्योगों को निर्यातक बनने में सक्षम बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और इस तरह वे प्रधानमंत्री द्वारा सुझाई गई वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट स्कीम की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उत्तर पूर्वी राज्यों का किया जिक्र
वित्त मंत्री ने उत्तर पूर्वी राज्यों का भी जिक्र किया और कहा कि रसद, निर्यात जरूरतों को अलग-अलग राज्य के हिसाब से देखने की जरूरत है। जैसा कि प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया है कि बैंकों को उत्तर पूर्व के ऑर्गेनिक सेक्टर की मांग को पूरा करने की जरूरत है। सीतारमण ने कहा कि उनके पास अभी बैंकों के निजीकरण पर कहने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि आर्थिक सुधार हो रहा है। हम सुधार संकेतों के स्पष्ट होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
बैंक कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले
इसके अलावा वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव देबाशीष पांडा के मुताबिक केंद्र सरकार ने बुधवार को बैंक कर्मचारियों की पेंशन को अंतिम वेतन के 30 प्रतिशत के समान स्लैब में बढ़ा दिया है। पांडा ने कहा कि इस कदम से बैंक कर्मचारियों की पेंशन 30,000 रुपये से 35,000 रुपये तक बढ़ सकती है। पहले पेंशन की ऊपरी लिमिट 9,284 रुपये तय की गई थी। पांडा ने ये भी कहा है कि केंद्र सरकार ने बैंकों से पेंशन फंड में एम्प्लोयर के योगदान को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने को कहा गया है। इसी महीने से बैंक कर्मचारियों के वेतन में भी बढ़ोतरी की तैयारी है।