ईमानदारी की मिसाल : लौटाया 7.27 करोड़ रु का लॉटरी टिकट, जिससे महिला बन गई अमीर
नई दिल्ली, मई 26। अगर आपको 10 लाख डॉलर यानी करीब 7.27 करोड़ रु का लॉटरी टिकट मिल जाए और आपको वो टिकट लौटाना पड़े तो क्या आप लौटा देंगे? अधिकतर लोग करोड़ों रु के उस लॉटरी को टिकट को शायद नहीं लौटा पाएंगे। मगर अमेरिका में एक भारतीय मूल के परिवार ने ऐसा किया है। उन्होंने ऐसा करके ईमानदारी की मिसाल कायम की है, जिसके लिए उनकी हर तरफ तारीफ हो रही है। उनकी इस ईमानदारी के चलते एक अमेरिकी महिला करोड़पति बन गयी। जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है।
ईमानदारी की मिसाल : महिला ने लौटाया करोड़ों का लॉटरी टिकट, व्यक्ति जीता 6 करोड़ रु
लगा 10 लाख डॉलर का इनाम
मेसाच्युसेट्स की रहने वाली महिला ली रोज फिएगा ने मार्च में साउथविक में एक लोकल स्टोर से 1 मिलियन (10 लाख) डॉलर वाली का लॉटरी टिकट खरीदा था। करीब में ही एक जगह वे काम करती हैं। उन्होंने इस टिकट को स्क्रेच किया और इनाम न जीतने पर फेंक दिया। मगर ये मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। असल में उसी टिकट में 10 लाख डॉलर का इनाम था।
ये है पूरा मामला
फिएगा के अनुसार वे जल्दी में थीं। वे लंच ब्रेक पर टिकट खरीदने आई थीं। उन्होंने टिकट को जल्दी से स्क्रेच किया और देखा। उन्हें लगा कि ये विजेता वाला टिकट नहीं है। इसलिए उन्होंने इस टिकट को फेंकने के लिए स्टोर ऑनर को सौंप दिया। फिएगा को नंबर भी याद नहीं था, बावजूद इसके उन्होंने टिकट को फेंक दिया। हालांकि स्टोर के मालिक अभि शाह को बाद में काउंटर के पीछे यही टिकट मिला, जो लगभग 10 दिनों से पड़ा हुआ था।
पूरी तरह स्क्रेच नहीं हुआ था टिकट
अभि शाह ने देखा कि यह टिकट पूरी तरह से स्क्रेच नहीं हुआ है। उन्होंने इसे पूरा स्क्रेच किया और देखा कि यह 10 लाख डॉलर के इनाम वाला टिकट है। इस टिकट को अभि का मां अरुणा शाह ने फिएगा को बेचा था। फिएगा उनकी एक रेगुलर कस्टमर रही हैं। अभि शाह ने एक बार को सोचा कि इस पैसे से एक कार खरीदूंगा। मगर उनके परिवार ने टिकट लौटाने का फैसला किया।
2 रातें सो नहीं पाए
शाह परिवार दो रातें सो नहीं पाया। दुकान के मालिक अभि के पिता मुनीश शाह हैं। अभि ने उनकी माता यानी अपनी दादी जो भारत में रहती हैं, को फोन किया और उन्होंने परिवार को फिएगा को टिकट लौटाने को कहा। जब मुनीश ने फिएगा को फोन किया, तो उन्होंने 10 लाख डॉलर का इनाम जीतने पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हुआ। फिएगा यह सुनकर रोने लगी कि वास्तव में उन्होंने लॉटरी जीती है।
क्या करेंगी पैसों का
फिएगा ने जनवरी में कोविड-19 से रिकवरी की है। और अब लॉटरी जीतने से वह खुद को दोगुनी भाग्यशाली मानती हैं। स्टोर मालिकों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा कौन करता है? ये महान लोग हैं। फिएगा ने आगे कहा कि वह अपने रिटायरमेंट के लिए बाकी पैसे बचाना चाहती हैं।