Engineer ने यूट्यूब से सीखा खास हुनर, कमाता है 1 करोड़ रु
नई दिल्ली, सितंबर 16। आज के समय में यूट्यूब कमाई का एक जरिया बन गया है। मगर लोग इसी यूट्यूब से कमाई के नये तरीके भी सीख रहे हैं। जैसे कि महाराष्ट्र के अहमदनगर के प्रमोद सुसारे खोजा है। प्रमोद ने 2015 में अपनी मैकेनिकल इंजीनियरिंग पूरी की और पुणे में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में मैंटेनेंस इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू किया। वे 12,000 रुपये प्रति माह कमाते थे और उन्हें मासिक खर्चों को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था। मगर उन्होंने यूट्यूब से एक खास हुनर सीखा और आज वे 1 करोड़ रु कमाते हैं।
Success Story : स्कूल की पढ़ाई भी पूरी नहीं हुई, मगर बना हजारों करोड़ रु की कंपनी का मालिक
नहीं बचा पाते थे पैसे
वे अपने परिवार को सहारा देने के लिए हर महीने 5,000 रुपये भेजते थे। मगर उनके पास पैसे बचाने की कोई गुंजाइश नहीं थी। हालांकि 2017 में चीन की एक बिजनेस यात्रा ने उनके जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया। अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने कुछ बिजनेसों में इस्तेमाल की गई सामग्रियों, जैसे ड्रम और टायरों को आकर्षक फर्नीचर में रीसाइकिल होते हुए देखा।
भारत में फॉलो किया आइडिया
उन्हें इसे भारत में दोहराने के बारे में सोचा। उनके मन में आया कि इसके लिए एक संभावित बाजार हो सकता है। घर लौटने के बाद उन्होंने इसी पर रिसर्च करना शुरू किया और पाया कि इस सेक्टर में शायद ही कोई कारोबारी है। द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आज प्रमोद का स्टार्टअप 'पी2एस इंटरनेशनल' अपसाइकल किए गए फ़र्नीचर बेचता है जिससे उन्हें लाखों की कमाई होती है।
यूट्यूब से ली मदद
अपने बिजनेस में रिसर्च करने और ज्ञान बढ़ाने के लिए प्रमोद ने यूट्यूब पर यह जानने के लिए घंटों बिताए कि कैसे ड्रम और टायर को फर्नीचर में कंवर्ट किया जा सकता है। आखिरी आइडिया उन्हें तब आया जब एक दिन उनकी बाइक पंचर हो गई। वे एक टायर की दुकान पर इंतज़ार कर रहे थे, जब उन्होंने बेकार पड़े टायरों की कीमत के बारे में पूछा। यह 8 रुपये प्रति किलो थी। उन्होंने फौरन मरम्मत की कैलकुलेशन की, श्रम लागत जोड़ी और इसी पर 30 प्रतिशत लाभ मार्जिन का अनुमान लगाया।
बिजनेस आइडिया को लेकर थे आश्वस्त
वे अपने आकर्षक बिजनेस आइडिया के बारे में आश्वस्त महसूस कर रहे थे। प्रमोद ने रिसाइकिल्ड टायरों से कुर्सियों, मेजों और बैठने की वस्तुओं को बनाने के लिए कुछ हज़ार रुपये का निवेश किया। उन्होंने सितंबर 2018 में बिजनेस शुरू किया, लेकिन दिसंबर तक कोई ग्राहक नहीं मिला। यह उनके लिए निराशाजनक था। जनवरी 2019 में, उन्हे पुणे स्थित एक कैफे से एक ऑर्डर मिला, जिसने उनके उत्पादों को देखा। उन्हें 50,000 रुपये की कमाई हुई कमाए। सौभाग्य से, कैफे का उद्घाटन मशहूर हस्तियों और उद्यमियों द्वारा किया गया। उनमें से कुछ ने प्रमोद के उत्पादों की सराहना की, और 2019 में, उन्हें ठाणे में एक और प्रोजेक्ट मिला, जिससे उन्हें 5.5 लाख रुपये मिले। उनका वार्षिक वेतन 2.5 लाख रुपये था, और नई परियोजना में उन्हें इसकी दोगुनी कमाई हुई।
छोड़ दी जॉब
उन्होंने पूरी तरह से बिजनेस पर ध्यान देने के लिए उस वर्ष परियोजना को पूरा करने के तुरंत बाद अपनी नौकरी छोड़ दी। इसके बाद उनके बिजनेस ने 1 करोड़ रुपये का कारोबार किया। प्रमोद अब 14 कारीगरों और कर्मचारियों की एक टीम का प्रबंधन करते हैं। उनका मानना है कि एक उद्यमी बनना वास्तव में नौकरी की तुलना में अधिक फायदेमंद और संतोषजनक है।