ELSS Mutual Fund : इन 5 गलतियों से बचें, होगा ज्यादा फायदा
नई दिल्ली, अप्रैल 2। टैक्स प्लानिंग उतनी ही जरूरी है, जितनी फाइनेंशियल प्लानिंग। ये काम आपको नये वित्त वर्ष की शुरुआत से ही आरंभ कर देना चाहिए। आपको ऐसा करने पर प्लानिंग का ज्यादा समय मिलेगा। आप ऐसी योजना में निवेश कर सकते हैं जो न केवल आपको टैक्स बचाने में मदद करेगी बल्कि आपको कुछ पूंजीगत फायदा कमाने का अवसर भी देगी। यदि आप एक ऐसे निवेश उत्पाद की तलाश कर रहे हैं जो आपको बाजार की अनिश्चितताओं से बचाए, लेकिन कुछ टैक्स बचाने में भी आपकी मदद करे, तो आपके लिए ईएलएसएस फंड सही हो सकते हैं। इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम या ईएलएसएस एकमात्र म्यूचुअल फंड स्कीम है जो टैक्स बेनिफिट के साथ आते हैं।
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कई ईएलएसएस योजनाओं में निवेश
याद रखें कि कई ईएलएसएस फंडों में निवेश अच्छा फैसला नहीं हो सकता। ऐसा करना एक निवेशक के पोर्टफोलियो को प्रभावित कर सकता है। जब आप एक निवेशक के रूप में किसी विशेष फंड में निवेश करते हैं, तो यह आपका कर्तव्य है कि आप नियमित अंतराल पर अपने निवेश पर नज़र रखें। कई ईएलएसएस फंडों में निवेश करने का मतलब है कि आपको फंड के कुछ पहलुओं पर नज़र रखने की जरूरत है जैसे कि इसका साप्ताहिक/मासिक प्रदर्शन, इसका बेंचमार्क, फंड अपने साथियों की तुलना में कैसा प्रदर्शन कर रहा है और इसी तरह और भी कई फैक्टर हैं, जो कि एक मुश्कि काम है। इसलिए, एक से अधिक ईएलएसएस फंडों में निवेश करने से बचना चाहिए।
ईएलएसएस में सिर्फ तीन साल के लिए निवेश करें
याद रखें कि ईएलएसएस एक इक्विटी लिंक्ड स्कीम है। ऐतिहासिक रूप से इक्विटी फंड उन लोगों के लिए एक बेहतर निवेश विकल्प साबित हुए हैं जिन्होंने कम समय में अपने निवेश को निकाला नहीं है। ईएलएसएस में तीन साल का लॉक-इन है, पर आपको लॉक-इन के तुरंत बाद अपनी ईएलएसएस इकाइयों को बेचने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। आप अपने निवेश को जितना अधिक समय तक रोके रखेंगे, बाजार के उतार-चढ़ाव को मात देने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।
अंतिम समय पर निवेश न करें
बहुत से करदाता बाजार में उपलब्ध प्रत्येक कर-बचत साधन के बारे में जानकारी नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हर कोई फाइनेंशियल बैकग्राउंट से नहीं आता है और केवल टैक्स बचाने के लिए निवेश करने के बारे में सोचता है। यदि आप अंतिम समय में ईएलएसएस में निवेश करते हैं, तो आपको एकमुश्त भुगतान करना पड़ सकता है। यदि आप लंबी अवधि के निवेश के साथ ईएलएसएस को देख रहे हैं तो एक साथ पैसा लगाना सही नहीं हो सकता है। यदि आप अपने ईएलएसएस निवेश को एक व्यवस्थित नजरिया देना चाहते हैं, तो आपको इसमें एक एसआईपी के माध्यम से निवेश करने पर विचार करना चाहिए।
केवल 1.5 लाख रुपये का निवेश
ईएलएसएस फंड में निवेश करने की कोई ऊपरी सीमा नहीं है, और आप जितना चाहें उतना निवेश कर सकते हैं या उतना ही निवेश कर सकते हैं जितना आपकी जोखिम उठाने की क्षमता है। याद रखें कि आप 1.5 लाख रुपये की टैक्स कटौती के लिए दावा कर सकते हैं। लेकिन ईएलएसएस फंड में जितना चाहें उतना निवेश करें। केवल 1.5 लाख रु पर ही न रुकें।
होता है जोखिम
ईएलएसएस निवेश को जोखिम भरा माना जाता है। बाजार की उथल-पुथल के दौरान, आपको नुकसान भी हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपनी जोखिम उठाने की क्षमता को समझें और अपनी सहनशीलता से ज्यादा निवेश न करें।