Dogecoin : 6 महीने में उछली 26000 फीसदी, जानिए बाकी डिटेल
नई दिल्ली, मई 8। क्रिप्टोक्यूरेंसी 'डॉगकॉइन' ने केवल 6 महीनों में 26000 प्रतिशत से अधिक की शानदार बढ़ोतरी हासिल की है। वहीं इस साल में अब तक ये लगभग 12000 प्रतिशत ऊपर चढ़ चुकी है। बीते शुक्रवार (7 मई, 2021) को डॉगकॉइन ने एक नया रिकॉर्ड हाई स्तर छुआ और कोइंडेस्क के अनुसार इसकी मार्केट कैपिटल 92.52 अरब डॉलर हो गयी। बिटकॉइन और अन्य ऑल्टकॉइन का मजाक उड़ाने के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियरों बिली मार्कस और जैक्सन पामर्स ने डॉगकॉन को वर्ष 2013 में लॉन्च किया गया था। बता दें कि कुछ लोग इसे बबल भी मानते हैं।
बिटकॉइन जैसी डॉगकॉइन
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी यानी आभासी मुद्रा है। बिलकुल ऐसी ही डॉगकॉइन है। जैसे दुनिया में बाकि करेंसी होती है, वेसे ही बिटक्वाइन और डॉगकॉइन हैं। बिटक्वाइन को हम केवल ऑनलाइन वॉलेट में ही रख सकते हैं। बिटक्वाइन का आविष्कार सातोशी नाकामोतो ने 2009 में किया था। इस प्रकार बिटक्वाइन एक डिसेंट्रालाइज करेंसी है। बिटक्वाइन का इस्तेमाल कोई भी कर सकता है।
बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूं होता है
बिटकॉइन का इस्तेमाल हम ऑनलाइन पेमेंट के लिए या किसी भी तरह का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। बिटक्वाइन पीयर टू पीयर नेटवर्क के तरीके पर काम करता है जिसका मतलब है। बिटक्वाइन को ट्रांजेक्शन में इस्तेमाल करने के लिए सबसे तेज और अच्छा माना जाता है।
Bank में जमा है पैसा, जो जान लें वह कितना है सुरक्षित
बिटक्वाइन का कोई मालिक नहीं
जैसे बाकी करेंसी का इस्तेमाल कर हम ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं तो बैंक के पेमेंट प्रोसेस को हमें फॉलो करना होता है, इसके बाद ही यह पेमेंट पूरा हो पाता है। हमारे किये गए हर ट्रांजेक्शन का हिसाब हमारे बैंक खाते के डिटेल में मौजूद होता है। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि हमने किससे भुगतान प्राप्त किया और किसे किया। लेकिन बिटक्वाइन का कोई भी मालिक नहीं है। इसलिए उसके साथ किये गए ट्रांजेक्शन का हिसाब किताब जानना कठिन है।