विप्रो ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कमाया 2,463 करोड़ रुपये का मुनाफा
नयी दिल्ली। देश की प्रमुख आईटी सर्विस कंपनियों में से एक विप्रो के अक्टूबर-दिसंबर मुनाफे में 3.2 फीसदी गिरावट आयी है। 2018 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 2,544.4 करोड़ रुपये के मुकाबले 2019 की समान तिमाही में विप्रो ने 2,462.90 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। साल दर साल आधार पर 3.2 फीसदी की गिरावट के साथ ही तिमाही दर तिमाही आधार पर भी विप्रो का मुनाफा 3.84 फीसदी घट गया, क्योंकि 2019 की जुलाई-सितंबर तिमाही में इसे 2,561.2 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। मगर साल 2018 के मुकाबले तिमाही में विप्रो की आमदनी में इजाफा हुआ। कंपनी की आमदनी 15,100.60 करोड़ रुपये से 2.73 फीसदी की वृद्धि के साथ 15,470.50 करोड़ रुपये रही। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मार्केट वैल्यू के हिसाब से विप्रो देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है।
विप्रो ने किया लाभांश का ऐलान
फाइनेंशियल नतीजे घोषित करने के साथ ही विप्रो ने अपने शेयरधारकों को भी तोहफा दिया है। कंपनी ने शेयरहोल्डर्स के लिए 1 रुपये प्रति शेयर के लाभांश का ऐलान किया है। विप्रो की आईटी सर्विस आमदनी भी जुलाई-सितंबर तिमाही के मुकाबले 2.2 फीसदी उछल कर 209.5 करोड़ डॉलर यानी करीब 14,843 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की आखरी तिमाही यानी जनवरी-मार्च के दौरान अपनी आईटी सर्विस आमदनी के 209.5 करोड़ डॉलर से 213.7 करोड़ डॉलर के बीच रहने का अनुमान लगाया है।
विप्रो को मिला मल्टी-ईयर कॉन्ट्रैक्ट
आईटी सेवा क्षेत्र में विप्रो ने मध्य पूर्व के एक प्रमुख हवाई अड्डे से एक बहु-वर्ष आईटी सर्विस कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है, जिसमें विप्रो हवाई अड्डे के आईटी संचालन को बदलने के लिए डोमेन एक्सपर्टाइज, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और इनोवेशन कैपिबिलिटीज और इंटीग्रेटेड सर्विस डिलिवरी मॉडल का इस्तेमाल करेगी। वहीं डिजिटल और क्लाउड एप्लिकेशन सर्विस सेगमेंट में विप्रो ने यूएस-आधारित सबसे बड़े इंटीग्रेटेड सर्विस डिलिवरी सिस्टम में से एक से एक कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया।
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