यस बैंक के बाद इंडसइंड बैंक पर संकट, 11 फीसदी घटा डिपॉजिट
नयी दिल्ली। देश के प्राइवेट बैंक अब तक के अपने सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं। कोरोनावायरस ने इनकी आमदनी को जोखिम में डाल दिया है। साथ ही यस बैंक का मामला सामने आने के बाद प्राइवेट बैंकों में अपनी जमा पर लोग पूरी तरह सहज नहीं हैं। यस बैंक को आरबीआई ने जैसे-तैसे संभाल लिया, मगर अब एक और बैंक सकट में आता दिख रहा है। इस समय इंडसइंड बैंक सबसे ज्यादा प्रभावित है। दरअसल बैंक ने बताया है कि इसकी डिपॉजिट में 10-11 फीसदी की गिरावट आई है। निवेशकों के सामने ये जानकारी आते उन्होंने इंडसइंड बैंक के शेयर में धुआंधार बिकवाली शुरू कर दी, जिससे आज यह 10 फीसदी से अधिक कमजोर हुआ है। वहीं 2020 की बात करें तो इस साल ये 1180 रुपये या 80 फीसदी तक लुढ़क चुका है। आज भी 329 रुपये तक नीचे गिरा।
यस बैंक के बाद अफवाह का शिकार
दरअसल यस बैंक का मामला सामने आने के बाद लोगों के बीच बात फैल गई कि छोटे प्राइवेट बैंकों स पैसा निकाल लेना बेहतर है। ऐसे में इंडसइंड बैंक के ग्राहकों ने अपना पैसा बैंक से निकाल लिया। वहीं जानकार उम्मीद कर रहे हैं कि बैंक का नया मैनेजमेंट डिपॉजिट ग्रोथ को तेजी से बढ़ाने पर ध्यान देगा, जिससे इसके शेयर में भी फिर से जान आ जाएगी। बैंक ने 2 हफ्ते पहले 2 जमा में फीसदी की गिरावट के संकेत दिए थे। दो हफ्तों में डिपॉजिट में 2 फीसदी से बढ़ कर 11 फीसदी तक की गिरावट हो जाना चिंता का विषय है।
सरकार भी नहीं कर रही भरोसा
असल वजह है सरकारी खातों द्वारा पैसों का निकाला जाना। सरकारी खातों में से 75 फीसदी तक पैसा निकाल लिया गया है। कारण यही है कि राज्य सरकारें अब इस बैंक में पैसा रखना सुरक्षित नहीं समझ रही हैं। वहीं छोटी राशि वाले ग्राहक भी अपना पैसा निकाल रहे हैं। इंडसइंड बैंक में छोटी राशि वाले खातों की हिस्सेदारी 40 फीसदी के करीब है। सरकार और अन्य ग्राहकों के अलावा किसी तरह की परेशानी से बचने के लिए कॉरपोरेट डिपॉजिट में भी गिरावट आई है। चौतरफा निकासी से बैंक की कुल डिपॉजिट पर असर पड़ा है।
शेयर कर सकता है वापसी
इस समय इंडसइंड बैंक की स्थिति ऐसी है कि होलसेल अकाउंट में से कई समय से पहले भी निकासी देखी गयी। इसके अलावा कोरोनावायरस से भी बैंक पर असर पड़ा है। मगर जानकार अभी भी कहते हैं कि बेशक डिपॉजिट में कमी आई है, मगर रिटेल स्थिरता दिख रही है। बैंक का व्हीकल फाइनेंस पोर्टफोलियो भी अच्छी स्थिति में है। वहीं इसके पास 70 फीसदी दोबारा आने वाले ग्राहक हैं, जिनमें अधिकतर छोटे रोड ट्रांसपोर्ट से जुड़े हैं। बैंक के शेयर के लिए अब भी 800 रुपये का लक्ष्य दिया गया है। यानी बैंक का शेयर 800 रुपये तक जा सकता है। अगर जानकारों की राय सही होती है इस समय बैंक के शेयर में पैसा लगाने वाले निवेशकों को मोटा मुनाफा होगा।
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