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Credit Suisse : भारत में बढ़ेगी करोड़पतियों की संख्या, 2026 तक हो जाएगी डबल

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नई दिल्ली, सितंबर 20। क्रेडिट सुइस की ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट 2022 के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था तीव्र गति से बढ़ रही है, जिसके चलते भारत में करोड़पति (अमेरिकी डॉलर में मिलियनेयर) की संख्या वर्ष 2026 तक दोगुनी से अधिक होने की उम्मीद है। 2021 में, भारत में 7.96 लाख करोड़पति थे, जो 2026 तक 105 प्रतिशत बढ़ कर 16.32 लाख होने की उम्मीद है।

 

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चीन में करोड़पतियों की संख्या

चीन में करोड़पतियों की संख्या

अन्य देशों की बात करें तो क्रेडिट सुइस की ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट 2022 के अनुसार 2026 तक की अवधि के दौरान, चीन में करोड़पतियों की संख्या 97 प्रतिशत और दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, अमेरिका में 13 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। वित्तीय फर्म के अनुमान के अनुसार, वैश्विक करोड़पतियों की संख्या 2026 में 87 मिलियन (8.7 करोड़) से अधिक हो जाएगी, यानी 2021 से 25 मिलियन (2.5 करोड़) की वृद्धि।

अमेरिका टॉप पर है

अमेरिका टॉप पर है

विश्व करोड़पति तालिका में अमेरिका शीर्ष पर है, फिर भी दूसरे स्थान पर चीन से बहुत आगे है। जहां भारत में दुनिया के लगभग 1 प्रतिशत करोड़पति रहते हैं। वहीं अमेरिका में दुनिया के 39 प्रतिशत करोड़पति।

बाकी देशों की संख्या में अधिक बदलाव की संख्या नहीं
 

बाकी देशों की संख्या में अधिक बदलाव की संख्या नहीं

क्रेडिट सुइस ने कहा है कि सबसे अधिक करोड़पति वाले देशों की लिस्ट में बहुत कम या बिल्कुल भी बदलाव की संभावना नहीं है। इन देशों की लिस्ट में (जो भारत, अमेरिका और चीन के बाद आते हैं) जापान, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। हालांकि, कोरिया, ताइवान (चाइनीज ताइपेई), भारत और हांगकांग एसएआर में करोड़पतियों की संख्या बढ़ने की संभावना है। विशेष रूप से भारत, जहां 2026 में करोड़पतियों की संख्या कुल 1.6 मिलियन हो सकती है, जो आज की संख्या से दोगुने से अधिक होगी।

ये हैं बाकी आंकड़े

ये हैं बाकी आंकड़े

दुनिया भर में, 2021 के अंत में 62.5 मिलियन करोड़पति थे, जो एक साल पहले की तुलना में 5.2 मिलियन अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में प्रति वयस्क संपत्ति वर्ष 2000 से 8.8 प्रतिशत की प्रभावशाली औसत वार्षिक दर से बढ़ी है और 2021 के अंत में 15,535 डॉलर रही। मगर ये वैश्विक औसत से काफी नीचे है। वर्ष 2021 के अंत तक, भारत में औसत संपत्ति विश्व मूल्य के 41% तक गिर गई थी, लेकिन चीन में औसत संपत्ति बढ़कर 338 प्रतिशत हो गई थी। क्रेडिट सुइस ने कहा कि अमेरिका में 2021 में सबसे अधिक घरेलू संपत्ति में इजाफा हुआ। इसके बाद चीन, कनाडा, भारत और ऑस्ट्रेलिया का स्थान है।

इस देश में हर तीसरा व्यक्ति मिलिनेयर

इस देश में हर तीसरा व्यक्ति मिलिनेयर

एक यूरोपीय देश ऐसा है, जिसे अमीरों का देश कहा जाए तो गलत नहीं होगा। ये है मोनाको। मोनाको दुनिया के 10 सबसे अमीर देशों में शामिल है। यहां की जनता बहुत मालदार है। यहां लगभग हर तीसरा व्यक्ति मिलिनयर है। नीस, फ्रांस और इटली के दक्षिण-पश्चिमी तट के बीच स्थित मोनाको को भूमध्यसागरीय रत्न कहा जाता है, जो अपनी ग्लैमरस और सॉफिस्टिकेटेड लाइफस्टाइल के लिए जाना जाता है। ये अपनी संपत्ति के लिए भी मशहूर है। वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू के अनुसार प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के मामले में दुनिया के टॉप 10 सबसे अमीर देशों में नंबर 1 स्थान पर, मोनाको को "अरबपतियों के खेल का मैदान" कहा जाता है। 39,000 की आबादी में यहां 32 प्रतिशत लोग करोड़पति हैं, लगभग 3,000 मल्टी-करोड़पति हैं, और कम से कम आधा दर्जन अरबपति हैं।

English summary

Credit Suisse Number of millionaires will increase in India will double by 2026

According to Credit Suisse's Global Wealth Report 2022, the Indian economy is growing at a rapid pace, due to which the number of millionaires (millionaires in US dollars) in India is expected to more than double by the year 2026.
Story first published: Tuesday, September 20, 2022, 18:56 [IST]
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