Anil Ambani पर सख्त होगा चीनी बैंकों का डंडा, करेंगे ये कार्रवाई
नयी दिल्ली। अनिल अंबानी पर अब उन 3 चीनी बैंकों का शिकंजा कसता जा रहा है, जिनका उन पर करीब 5276 करोड़ रु का कर्ज है। इन तीन चीनी बैंकों ने शुक्रवार को रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन के खिलाफ लंदन उच्च न्यायालय में हुई जिरह के बाद विश्व भर में फैली उनकी संपत्तियों पर अपने अधिकारों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। ये तीनों बैंक दुनिया भर में मौजूद अनिल अंबानी की संपत्तियों की जानकारी जुटाएंगे। गौरतलब है कि अदालत के ऑर्डर बैंक ये कार्रवाई करने जा रहे हैं।
मई में आया था फैसला
एक समय दुनिया के छठे सबसे अमीर व्यक्ति अनिल अंबानी को 22 मई को ब्रिटेन की अदालत ने तीनों चीनी बैंकों को ब्याज सहित 71.6 करोड़ डॉलर (करीब 5,276 करोड़ रु) और 7.04 करोड़ रु कानूनी खर्चों का भुगतान करने का आदेश दिया था। इन बैकों में इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना, एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ चाइना और चाइना डेवलपमेंट बैंक शामिल हैं। 20 जून तक ब्याज सहित भुगतान राशि 71.76 करोड़ डॉलर हो गई थी। अदालत में बैंकों का प्रतिनिधित्व कर रहे Bankim Thanki QC ने जिरह के दौरान कहा था कि अंबानी हमें एक भी पैसा न देने के लिए एड़ी-चौटी का जोर लगा रहे हैं।
प्रवर्तन कार्रवाई का इरादा
शुक्रवार की सुनवाई के बाद बैंकों ने एक बयान जारी कर कहा था कि उनका इरादा अंबानी के खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई और उपलब्ध सभी उपायों को आजमाने का है। माना जा रहा है कि चीनी बैंक इस समय अंबानी के खिलाफ भारत में प्रवर्तन कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इसके पीछे अंबानी के खिलाफ एसबीआई की दिवालिया कार्यवाही है, जिस पर फिलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। ऐसी संभावना है कि अपने हलफनामे में खुलासे के आधार पर ये बैंक भारत के बाहर उनकी संपत्ति पर प्रवर्तन कार्रवाई शुरू कर देंगे। 29 जून को अंबानी को दुनिया भर में अपनी सभी संपत्ति, 100,000 लाख डॉलर (लगभग 74 लाख रुपये) से अधिक, के लिए एक हलफनामा पेश करने का आदेश दिया गया था। फिर चाहे वे पूरी तरह से उनकी हो या संयुक्त रूप से उनके स्वामित्व में हों या वह उनके नाम पर हों या नहीं।
क्या है चीनी बैंकों का दावा
चीनी बैंकों का दावा है कि आरकॉम के पूर्व अध्यक्ष अंबानी ने 92.5 करोड़ डॉलर के लोन के लिए पर्सनल गारंटी दी थी। इस बीच शुक्रवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अंबानी कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने बताया कि रिलायंस इनोवेंचर्स को 5 अरब रु का लोन दिया और अब उन्हें लोन की शर्तें याद नहीं हैं। उनके मुताबिक रिलायंस इनोवेंचर्स के 1.2 करोड़ इक्विटी शेयर जो उनके पास हैं अब बेकार। अंबानी, जो कुछ समय पहले तक भारत में सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे, के पास 110,000 डॉलर मूल्य की एक कलाकृति है।
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