घर बेच कर Cryptocurrency में किया निवेश, अब बन गया एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति
नई दिल्ली, जनवरी 13। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के ताजा आंकड़ों के अनुसार चांगपेंग झाओ, जिन्हें 'सीजेड' के नाम से भी जाना जाता है, दुनिया के टॉप अरबपतियों की कैटेगरी में शामिल हो गए हैं। इतना ही नहीं वे मुकेश अंबानी को पछाड़ कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। बता दें कि झाओ क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बायनेंस के संस्थापक हैं। इसी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की बदौलत आज उनकी अनुमानित दौलत 96.9 अरब डॉलर हो गयी है। वे दुनिया के टॉप अमीरों की लिस्ट में 11वें नंबर पर हैं। वहीं भारत के मुकेश अंबानी 96.8 अरब डॉलर के साथ 12वें स्थान पर फिसल गए हैं।
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तेजी से बढ़ी दौलत
डिजिटल करेंसियों की तेजी से बढ़ती दुनिया में, चीनी-कनाडाई कारोबारी झाओ की दौलत भी तेजी से बढ़ी। अन्य क्रिप्टो दिग्गज जैसे कि एथेरियम के डेवलपर विटालिक ब्यूटिरिन और कॉइनबेस के संस्थापक ब्रायन आर्मस्ट्रांग, पिछले साल वर्चुअल करेंसियों के मूल्य में वृद्धि से अरबपति बन गए। मगर झाओ इन सबसे आगे निकल गए हैं। हालांकि झाओ का सफर आसान नहीं रहा।
2017 में बायनेंस की शुरुआत
बायनेंस की स्थापना 2017 में झाओ ने की थी और तब से यह दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में से एक बन गया है। कंपनी के ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, झाओ कनाडा में एक अप्रवासी परिवार में पले-बढ़े और अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए पहले मैकडॉनल्ड्स में काम करते थे। उन्होंने मैकगिल विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई के बाद टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज और ब्लूमबर्ग के लिए ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर पर काम किया।
2013 में बिटकॉइन के बारे में पता चला
बायनेंस के अनुसार झाओ को 2013 में पोकर के एक खेल के दौरान बिटकॉइन के बारे में पता चला, जिसके बाद उन्होंने अपना जीवन इसके लिए समर्पित करके क्रिप्टो पर पूरी तरह से फोकस करने का फैसला किया। अन्य एक्सचेंजों की तरह, बायनेंस को हाल ही में दुनिया भर में काफी नियामक चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें यूके में प्रतिबंध और कनाडा जैसे देशों में अन्य प्रतिबंध शामिल हैं।
दान करेंगे दौलत
बायनेंस के एक प्रतिनिधि के अनुसार सीजेड अन्य उद्यमियों और संस्थापकों की तरह अपनी अधिकांश संपत्ति, करीब 99% संपत्ति, को दान करने का इरादा रखते हैं। फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग सहित अन्य जाने-माने कॉर्पोरेट लीडर्स की तरह उन्होंने भी गिविंग प्लेज पर हस्ताक्षर किए हैं, जो दुनिया के सबसे धनी लोगों को अपनी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा दान में समर्पित करने के लिए शुरू किया गया है। इसे वॉरेन बफेट, बिल और मेलिंडा गेट्स द्वारा शुरू किया गया।
लगे हैं इल्जाम भी
नवंबर 2021 में एक पत्रिका ने बताया था कि पूर्व अधिकारियों का अनुमान है कि झाओ की कंपनी की वैल्यू 300 अरब डॉलर तक हो सकती है। इससे झाओ एलोन मस्क से भी अधिक अमीर बन जाएंगे। एलन मस्क के पास इस समय 282 अरब डॉलर की संपत्ति है। मगर झाओ पर इल्जाम भी हैं और उनकी की जांच की जा रही है। बताते चलें कि यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस एंड इंटरनल रेवेन्यू सर्विस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं बायनेंस होल्डिंग्स लिमिटेड मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के लिए एक जरिया तो नहीं।