Aadhaar में एड्रेस अपडेट करने का नियम बदला, ये है नयी प्रोसेस
नई दिल्ली, अगस्त 16। भारत में आधार कार्ड पहचान वेरिफाई करने के एक प्रभावी प्रूफ के रूप में काम करता है। सरकार के अनुसार हर महत्वपूर्ण दस्तावेज को आधार से लिंक किया जाना चाहिए। अब तो ईपीएफ यूएएन तक को आधार से लिंक करने के लिए कहा गया है। इसलिए आपके आधार कार्ड में सारी जानकारी सही और अपडेट होना जरूरी है। आप मोबाइल नंबर या एड्रेस बदलें तो उसे आधार में अपडेट कराना जरूरी है। यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) अकसर इन्हें अपडेट करने के नियम बदलता रहता है। यूआईडीएआई ने अब एड्रेस अपडेट करने के नियम में बदलाव किया है। जानिए नयी प्रोसेस।
UIDAI : बच्चों का आधार बनवाने का बड़ा नियम बदला, आप भी जानिए
इस तरह नहीं अपडेट होगा एड्रेस
पहले यूआईडीएआई ने प्रूफ के अभाव में एड्रेस अपडेट करने का ऑप्शन शुरू किया था। हालांकि, यूआईडीएआई के एक ट्वीट के मुताबिक अब इस सर्विस को बंद या डीएक्टिवेट कर दिया गया है। आधार में एड्रेस बदलने के प्रोसेस के बारे में पूछने वाले एक ट्विटर उपयोगकर्ता को जवाब देते हुए, यूआईडीएआई ने कहा कि आधार कार्डधारकों को अब एड्रेस बदलने के लिए प्राधिकरण द्वारा स्वीकार्य 32 दस्तावेजों में से कोई एक प्रदान करना होगा।
अब कैसे बदलेगा एड्रेस
अब यूआईडीएआई ने अपने पुराने नियम को खत्म कर दिया है, इसलिए कार्डधारकों को अपने आधार कार्ड पर एड्रेस को बदलने के लिए एक नई प्रोसेस को फॉलो करना होगा। वैध प्रमाण माने जाने के लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आधार कार्ड अपडेटेड है। आपके आधार कार्ड का पता ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से बदला जा सकता है।
इस तरह ऑनलाइन बदलें एड्रेस
सबसे पहले आधार सर्विस सेल्फ-अपडेट पोर्टल (ssup.uidai.gov.in/ssup/) पर जाएं और अपनी डिटेल का उपयोग करके लॉग इन करें। ड्रॉप-डाउन मेनू से 'प्रोसीड टू आधार अपडेट' चुनें। अपना यूआईडी नंबर दर्ज करें, जो 12 अंकों का होगा। बॉक्स में कैप्चा कोड टाइप करें और मौजूद विकल्पों में से 'सेंड ओटीपी' चुनें। आगे जानिए बाकी का प्रोसेस।
ये है बाकी प्रोसेस
आपको रजिस्टर्ड मोबाइल फोन नंबर पर ओटीपी मिलेगा। रजिस्टर्ड मोबाइल फोन नंबर पर ओटीपी चेक करें। प्राप्त ओटीपी बताई गयी जगह दर्ज करें। फिर 'लॉग इन' सिलेक्ट करें। अपने आधार कार्ड की डिटेल दर्ज करें। लिस्ट से एड्रेस और पहचान के प्रमाण की पुष्टि करने वाले 32 दस्तावेजों में से कोई एक चुनें।
पहले क्या था प्रोसेस
पहले कोई भी परिवार, रिश्तेदारों, दोस्तों और मकान मालिक में से किसी को, जो आपको अपने एड्रेस को सबूत के रूप में इस्तेमाल करने दे, एड्रेस वेरिफायर बना कर अपने आधार में एड्रेस अपडेट कर सकता था। इसके लिए यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर आधार संख्या के साथ लॉग इन करके वेरिफायर का आधार नंबर दर्ज करना होता। फिर एसआरएन (सर्विस रिक्वेस्ट नंबर) मिलता और वेरिफायर को अपने मोबाइल नंबर पर प्राप्त लिंक के माध्यम से अपडेट के लिए सहमति देनी होती। लिंक मिलने के बाद इस पर क्लिक करना होता। फिर आधार नंबर या वर्चुअल आईडी से लॉग इन कर सहमति देनी होती। फिर एसआरएन से लॉग इन कर अपने एडरेस को प्रीव्यू करके रिक्वेस्ट सबमिट करनी होती। इसके बाद निवासी को एक गुप्त कोड वाला पत्र डाक द्वारा प्राप्त होता। ऑनलाइन एडरेस अपडेट पोर्टल में लॉग इन करना होगा। गुप्त कोड की सहायता से अपना पता अपडेट हो जाता।