चंदा कोचर और उनके पति गिरफ्तार, लोन फ्रॉड का है मामला
CBI : शुक्रवार यानी 23 दिसंबर 2022 को सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर और उनके पति बिजनेसमैन दीपक कोचर को गिरफ्तार कर लिया है। चंदा कोचर पर वर्ष 2018 में अपने पति दीपक कोचर को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरूपयोग करने का आरोप लगा था।
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लोन मामले में कोचर को गिरफ्तार किया गया है
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईसीआईसीआई बैंक के द्वारा चंदा कोचर के कार्यकाल में मंजूर किए गए लोन के मामले में कोचर को गिरफ्तार किया गया है। हिरासत के लिए दोनो को आज एक स्पेशल कोर्ट के समक्ष पेश किया जाने की संभावना हैं। सीबीआई की तरफ से इनके खिलाफ आपराधिक साजिश और अपने पद का दुरूपयोग के मामले की जांच कर रही है।
वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स को लोन देने की स्वीकृत दी थी
26 अगस्त 2009 को आईसीआईसीआई बैंक ने 300 करोड़ रूपये का वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स को लोन देने की स्वीकृत दी थी। लोन को जिस समिति ने स्वीकृति दी थी। चंदा भी उस समिति में थी। सीबीआई के अलावा ईडी भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनकी जांच कर रहा है। अपनी जांच के दौरान दीपक कोचर को गिरफ्तार किया है।
मामला क्या है
फोर्ब्स मैगजीन के अनुसार, दुनिया की बेहद शक्तिशाली महिलाओं को लिस्ट में शुमार होने वाली चंदा कोचर ने जो लोन विवाद है। इस मामले में इस्तीफा देकर सभी को चौका दिया था। यह जो मामला है। यह मामला 2008 का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियोकॉन समूह के मालिक वेणुगोपाल धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और उनके दो संबंधियों के साथ मिलकर एक कंपनी बनाई थी। जिसमें उनके बीच 3250 करोड़ की 'स्वीट डील' हुई थी। 3250 करोड़ का लोन को दिलाने के लिए यह आरोप है कि चंदा कोचर ने सहायता कि मगर, इस लोन का जो 86 प्रतिशत है यानी करीब 2810 करोड़ रूपये वर्ष 2017 में बैंक ने एनपीए घोषित कर दिया गया है।