पाकिस्तान : कारों की बिक्री धड़ाम, भारत के सामने नहीं टिकता
कराची। पाकिस्तान में वित्त वर्ष 2019-20 के पहले छह महीनों में कारों की बिक्री के निराशाजनक आंकड़े सामने आए हैं। इस दौरान कार की बिक्री में 43.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान केवल 59097 कारों की बिक्री हुई जबकि बीते साल इसी अवधि में 104,038 कार बिकी थीं। वहीं भारत में कारों की बिक्री गिरने के बाद भी दिसंबर 2019 में ही 1,42,126 रही है। इतनी कारें पाकिस्तान में अच्छे दिनों में भी पूरे साल में नहीं बिकती थीं, जितनी भारत में गिरावट के बाद बिक रही हैं।
इसी तरह, इस अवधि में बीते साल की समान अवधि की तुलना में ट्रक की बिक्री में 47.6 फीसदी, बसों में 31.7 फीसदी, जीपों की बिक्री में 52.5 फीसदी, पिकअप वाहनों की बिक्री में 47.6 फीसदी और टू और थ्री व्हीलर वाहनों की बिक्री में 12 फीसदी और ट्रैक्टरों की बिक्री में 38 फीसदी की कमी दर्ज की गई।
हालांकि, साल के अंत में दिसंबर महीने में कारों की बिक्री में वृद्धि देखी गई। यह नवंबर की तुलना में 17.16 फीसदी अधिक रही लेकिन कारों की बिक्री में भारी गिरावट के मद्देनजर इसका पूरे परिदृश्य पर कोई उल्लेखनीय प्रभाव नहीं पड़ा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कारों की बिक्री में कमी की एक बड़ी वजह इनका पहले से अधिक बढ़ा दाम है। निर्माताओं-विक्रेताओं के पास 2.5 से 7.5 फीसदी संघीय एक्साइज ड्यूटी और वाहन पार्ट के आयात पर लगाए गए कस्टम शुल्क को कार के खरीदारों से वसूलने के अलावा कोई और चारा नहीं था। इसके अलावा 13.25 फीसदी की ब्याज दर भी वाहन क्षेत्र पर बहुत भारी पड़ रही है।
ये है भारत में वाहनों की बिक्री के आंकड़े
दोपहिया वाहनों की दिसंबर 2019 में बिक्री
-10,50,038
पैसेंजर वाहनों की दिसंबर 2019 में बिक्री
-2,38,753
कारों की बिक्री दिसंबर 2019 में
-1,42,126
सभी कैटेगरी के वाहनों की बिक्री दिसंबर 2019 में
-14,05,776
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