Budget 2021 : वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ के फंड का ऐलान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 का बजट भाषण पढ़ना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि कोविड-19 संकट के बाद से अबतक सरकार कई मिनी बजट ला चुकी है।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 का बजट भाषण पढ़ना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि कोविड-19 संकट के बाद से अबतक सरकार कई मिनी बजट ला चुकी है। कोरोना महामारी की वजह से इस बार का बजट पेपरलेस हो चुका है। वित्त मंत्री एक टैब के जरिए अपना तीसरा बजट पेश कर रही हैं। यह केंद्रीय बजट काफी अधिक अहम है क्योंकि वित्त मंत्री कोरोना संकट के बीच यह बजट पेश कर रही हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021-22 में कोरोना वैक्सीन के विकास के लिए 35,000 करोड़ रुपये के भारी भरकम फंड का ऐलान किया है। इसके साथ ही जरूरत हुई तो और फंड दिया जाएगा। 2 लाख 32 हजार करोड़ रुपए का हेल्थ बजट। पिछली बार 92 हजार करोड़ का था। इस बार 137 फीसदी की बढोतरी हुई है।
इस फंड का इस्तेमाल देश में कोरोना की वैक्सीन का विकास करने में किया जाएगा। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि आज भारत में दो वैक्सीन उपलब्ध है जिससे हम अपने देश के नागरिकों के जीवन की रक्षा कर रहे हैं। हमने 100 से ज्यादा देशों को भी कोरोना वैक्सीन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये बेहद राहत की बात है कि जल्द ही देश में 2 और वैक्सीन आने वाले हैं।
बजट में पीएम आत्मनिर्भर भारत स्वस्थ भारत योजना शुरू की गयी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का ऐलान किया। सरकार की ओर से 64180 करोड़ रुपये इसके लिए दिए गए हैं और स्वास्थ्य के बजट को बढ़ाया गया है। इसी के साथ सरकार की ओर से डब्लूएचओ के स्थानीय मिशन को भारत में लॉन्च किया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाने का ऐलान किया। जिसके तहत शहरों में अमृत योजना को आगे बढ़ाया जाएगा, इसके लिए 2,87,000 करोड़ रुपये जारी किए गए। इसी के साथ वित्त मंत्री की ओर से मिशन पोषण 2.0 का ऐलान किया गया है।
17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट को चालू किया जाएगा। 32 एयरपोर्ट पर भी ये बनेंगे। नेशनल इंस्टीट्यूशन ऑफ वर्ल्ड हेल्थ बनेगा। 9 बायो लैब बनेगा। चार नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी बनेगा
प्रिवेंटिव, क्यूरेटिव और वेल बीईंग, पीएम आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना शुरू होगी। इस पर 61 हजार करोड़ रुपए अगले 6 साल में खर्च होंगे। प्राइमरी से लेकर उच्च स्तर तक की स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जाएगा। नई बीमारियों पर फोकस होगा। नैशनल हेल्थ मिशन से अलग होगा। 75 हजार ग्रामीण हेल्थ सेंटर, सभी जिलों में जांच केंद्र, क्रिटिकल केयर हॉस्पीटल ब्लॉक 602 जिलों में , नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, इंटिग्रेडेट हेल्थ इनफो पोर्टल को मजबूत बनाया जाएगा।
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