Budget 2020 : हलवा सेरेमनी के साथ बजट बनना शुरू, जाने परंपरा
नयी दिल्ली। बजट 2020-21 के लिए दस्तावेजों की छपाई आज 'हलवा सेरेमनी' के साथ शुरू हो चुकी है। नॉर्थ ब्लॉक में आयोजित होने वाले इस समारोह में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, मंत्रालय के अन्य अधिकारी और क्लर्क उपस्थित रहे। हलवा समारोह एक ऐसी परंपरा है जो लंबे समय से चल रही है। परंपरा के मुताबिक बजट से पहले 'हलवा' एक बड़ी 'कड़ाही' में तैयार किया जाता है और मंत्रालय में पूरे स्टाफ को परोसा जाता है। इस मीठे पकवान का महत्व यह है कि इसे परोसे जाने के बाद, बड़ी संख्या में अधिकारी और सहायक कर्मचारी, जो सीधे बजट बनाने और छपाई के प्रोसेस से जुड़े होते हैं, को मंत्रालय में रहने और लोकसभा में वित्त मंत्री द्वारा बजट पेश किये जाने तक अपने परिवार से दूर रहना होता है। उन्हें अपने करीबी और प्रियजनों से फोन या संचार के किसी भी अन्य माध्यम से संपर्क करने की अनुमति नहीं होती।
अधिकारी क्यों रहते हैं परिवार से दूर
अधिकारियों और कर्मचारियों को परिवार से इसलिए दूर रखा जाता है ताकि यूनियन बजट से जुड़ी कोई भी जानकारी लीक न हो। इस समारोह का एक उद्देश्य बजट बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा रहे हर कर्मचारी को प्रोत्साहित और प्रशंसा करना भी है। बता दें कि इस साल बजट ऐसे समय में पेश किया जाएगा जब अर्थव्यवस्था में लगातार गिरावट और कमजोर मांग के बीच ग्रोथ 6 साल के निचले स्तर पर आ गयी है।
लोकसभा कैलेंडर के अनुसार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सुबह 11 बजे केंद्रीय बजट पेश करेंगी। बजट 2020-2021 को लेकर उम्मीद जतायी जा रही है कि इस बार रोजगार सृजन, उपभोग और मांग में वृद्धि पर अधिक ध्यान दिया जायेगा। इसके अलावा टैक्स में कटौती की उम्मीद भी है।
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