Gold पर बड़ी खबर, सरकार ने घटाया बेस इंपोर्ट प्राइस
नई दिल्ली, सितंबर 16। सोने और कुछ खाद्य तेल की बेस इंपोर्ट प्राइस में भारत सरकार की तरफ से कमी की गई हैं। भारत सरकार हर 15 दिनों में इनकी बेस इंपोर्ट प्राइस में कमी करती हैं। जिनमें सोने और चांदी और खाद्य तेल शामिल हैं। इनकी प्राइस के जरिए ये पता लगाया जाता हैं कि अब इंपोर्टर को कितना टैक्स देना होगा। विश्व का सबसे बड़ा खाद्य तेल आयातक भारत हैं। वही अधिक घरेलू सोने की जरूरतों को इंपोर्ट के जरिए पूरा किया जाता हैं।
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सोना एक अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी हैं
सोने और चांदी छोड़कर बाकी सभी कमोडिटी का बेस प्राइस डॉलर प्रति टन में है। वही सोने की बात करें तो टैरिफ डॉलर प्रति 10 ग्राम में हैं। हम सोने की बेस टैरिफ वैल्यू की बात करें तो इसको घटाकर 549 डॉलर प्रति 10 ग्राम कर दिया गया था। सोना एक अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी होने की वजह से इसकी कीमत अमेरिकी डॉलर में है। इसलिए, देश में पीले धातु की कीमतों में उतार-चढ़ाव ग्रीनबैक और इंपोर्ट ड्यूटी से नजदीक से जुड़ा हुआ है।
सरकार ने जुलाई में बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी 7.5 से बढ़ा कर 12.5 कर दिया था
भारत सरकार ने जुलाई महीने में सोने पर अपनी बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ा कर 7.5 प्रतिशत से 12.5 प्रतिशत कर दिया था। इस वजह से घरेलू कीमतों के मुकाबले ग्लोबल कीमतों में भी अधिक उछाल आया था। अपनी आवश्यकता से अधिकतर भारत सोना इंपोर्ट करता हैं। देश में सोने की कीमतें की बात करें तो 6 महीने के निचले स्तर में रहीं। क्योंकि एमसीएक्स फ्यूचर 0.16 प्रतिशत गिरकर, 49,231 प्रति 10 ग्राम पर आ गया। सोमवार के उच्च स्तर से सोना इस हफ्ते अब तक करीब 1500 रु नीचे हैं।
इस सप्ताह स्पॉट गोल्ड 3 प्रतिशत तक गिर चुका हैं
वैश्विक मार्केट में, अमेरिका डॉलर के तेजी की संभावना के बीच पिछले 2 वर्ष के निचले स्तर में करीब पीला धातु संघर्ष कर रहा था। स्पॉट गोल्ड इस सप्ताह 3 प्रतिशत तक गिर चुका हैं। स्पॉट गोल्ड 1,664.48 डॉलर प्रति औंस था।