Big News : 2021-22 की चौथी तिमाही में 4.1 फीसदी रही GDP ग्रोथ रेट, देखें पूरे आंकड़े
नई दिल्ली, मई 31। सरकार की तरफ से वित्त वर्ष 2021-22 के जीडीपी आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 4.1 फीसदी रही। वहीं पूरे वित्त वर्ष 2021-22 के लिए यह 8.7 फीसदी रही, जबकि 2020-21 में देश की विकास दर कोरोना के कारण निगेटिव 6.6 फीसदी रही थी। 2021-22 की चौथी तिमाही में कॉन्स्टैंट (2011-12) कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 40.78 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जबकि 2020-21 की चौथी तिमाही में यह 39.18 लाख करोड़ रुपये थी। यानी इसमें 4.1 फीसदी की वृद्धि हुई है।
LIC की कंपनी FD पर देगी अब अधिक ब्याज, चेक करें नयी रेट
रियल जीडीपी के आंकड़े
वर्ष 2021-22 में वास्तविक जीडीपी या कॉन्स्टैंट (2011-12) कीमतों पर जीडीपी के 147.36 लाख करोड़ रुपये का अनुमान है, जबकि वर्ष 2020-21 के लिए 31 जनवरी 2021 को 135.58 लाख करोड़ रुपये के पहले संशोधित अनुमान को जारी किया गया था। 2020-21 में 6.6 फीसदी की गिरावट की तुलना में 2021-22 के दौरान सकल घरेलू उत्पाद में 8.7 फीसदी वृद्धि अनुमानित है।
दिसंबर तिमाही के आंकड़े
जनवरी-मार्च तिमाही में भारत की जीडीपी 4.1 फीसदी की दर से बढ़ी, जो दिसंबर तिमाही में दर्ज की गई सालाना वृद्धि के 5.4 फीसदी से कम है। कृषि, वानिकी (फॉरेस्ट्री) और मत्स्य पालन क्षेत्र में सालाना आधार पर 3 फीसदी की वृद्धि हुई। खनन और उत्खनन क्षेत्र में पिछले साल 8.6 फीसदी की गिरावट के मुकाबले साल दर साल 11.5 फीसदी की वृद्धि देखी गई।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के आंकड़े
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने सालाना आधार पर 9.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। बिजली, गैस, पानी की आपूर्ति और अन्य यूटिलिटी सर्विस सेक्टर ने मार्च 2022 को समाप्त हुए पिछले वित्तीय वर्ष में सालाना आधार पर 7.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। निर्माण क्षेत्र में वित्त वर्ष 22 में सालाना आधार पर 11.5 फीसदी की वृद्धि देखी गई।
ग्रॉस वैल्यू एडेड (जीवीए) आंकड़े
चौथी तिमाही में सालाना आधार पर जीवीए ग्रोथ 5.7 फीसदी से घट कर 3.9 फीसदी रह गयी। दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े को 8.5 फीसदी से संशोधित कर 8.4 फीसदी किया गया है। वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े को 20.3 फीसदी से संशोधित कर 20.1 फीसदी किया गया है। 2021-22 के लिए जीवीए ग्रोथ को पहले 8.3 फीसदी से घटा कर 8.1 फीसदी किया गया है।
राजस्व घाटे के आंकड़े
वित्त वर्ष 2021-22 के लिए केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.7 फीसदी रहा, जो संशोधित लक्ष्य से 20 बेसिस पॉइंट्स (0.20 फीसदी) कम रहा है। 2022 के बजट के अनुसार राजकोषीय घाटे को संशोधित कर 15.91 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया था। घाटा 15.87 लाख करोड़ रुपये के वास्तविक वित्तीय घाटे से 4,552 करोड़ रुपये कम है। इसके लिए संशोधित बजट अनुमान 6.9 प्रतिशत का था। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकडों के मुताबिक सरकार ने पहले इसके 6.8 प्रतिशत रहने का पूर्वानुमान जताया था लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया गया था।
8 कोर इंडस्ट्रीज
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, स्टील, सीमेंट और प्राकृतिक गैस द्वारा संचालित पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने की तुलना में अप्रैल में आठ प्रमुख उद्योगों में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2022 में कोयला, बिजली, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, सीमेंट और प्राकृतिक गैस उद्योगों का उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में बढ़ा है।