PM Modi का बड़ा ऐलान, 16 जनवरी हुआ करेगा 'National Startup Day'
नई दिल्ली, जनवरी 15। आज आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो कॉल पर देश भर के 150 से अधिक स्टार्टअप के साथ बातचीत की। उन्होंने घोषणा की कि 16 जनवरी को अब "राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस" (नेशनल स्टार्टअप डे) के रूप में मनाया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय स्टार्टअप इनोवेटिव सॉल्यूशंस प्रोवाइड करते हैं, जो विशेष रूप से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन को बदलने में मदद करते हैं। मोदी ने भारत में स्टार्टअप्स के महत्व पर भी रोशनी डाली और कहा कि जब हम स्वतंत्रता के 100 साल पूरे करेंगे, तो स्टार्टअप भविष्य को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। उन्होंने स्टार्टअप को नए भारत की रीढ़ कहा।
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टेकेड है ये दशक
पीएम मोदी ने कहा इस दशक को टेकेड (अंग्रेजी में दशक को डिकेड कहा जाता है, उसी की जगह नया शब्द तकनीक के साथ मिला कर) कहा जा रहा है। पीएम मोदी के अनुसार यह भारत के लिए एक शानदार "टेकेड" है, जहां इनोवेटिव, उद्यमिता और एक स्वस्थ स्टार्टअप ईकोसिस्टम सरकारी प्रक्रियाओं और नौकरशाही से इनोवेशन को मुक्त करने में मदद करेगा। 10-16 जनवरी तक होने वाला महोत्सव, भारत की स्टार्ट-अप पहल की 6वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य, कृषि, अंतरिक्ष, उद्योग 4.0, विज्ञान और अन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में स्टार्ट-अप को प्रदर्शित करता है।

6 वर्गों में बंटे स्टार्टअप
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक बयान के अनुसार 150 से अधिक स्टार्टअप को छह वर्किंग ग्रुप्स में विभाजित किया गया है, जिनमें ग्रोइंग फ्रॉम रूट्स, नजिंग द डीएनए, फ्रॉम लोकल टू ग्लोबल, फ्यूचर ऑफ टेक्नोलॉजी, बिल्डिंग चैंपियंस इन मैन्युफैक्चरिंग और सस्टेनेबल डेवलपमेंट शामिल हैं। प्रत्येक स्टार्टअप उन्हें दिए गए विषयों के आधार पर प्रधानमंत्री को एक प्रस्तुति देगा। पीएमओ ने कहा कि पीएम प्रस्तुत पोटेंशियल में दृढ़ विश्वास रखते हैं और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।

स्टार्टअप इंडिया
स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की एक पहल है। इसकी घोषणा पहली बार भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2015 में अपने भाषण के दौरान की थी। इस पहल की कार्य योजना तीन क्षेत्रों पर केंद्रित है। इनमें सिम्प्लिफिकेशन एंड हैंडहोल्डिंग, फंडिंग सपोर्ट एंड इंसेंटिव्स और इंडस्ट्री एकेडमिया पार्टनरशिप एंड इंकम्बेशन शामिल हैं। एक स्टार्टअप को एक इकाई के रूप में इस तरह परिभाषित किया गया है कि उसका मुख्यालय भारत में है और जिसे 10 साल से कम समय पहले खोला गया था, और इसका वार्षिक कारोबार 100 करोड़ रु से कम है।