WazirX पर ED का बड़ा एक्शन, 65 करोड़ रुपये किया सीज
नई दिल्ली, अगस्त 5। 5 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जनमाई लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के निर्देशकों में से एक के परिसर में तलाशी ली। ये क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म वज़ीरएक्स के मालिक है। वज़ीरएक्स भारतीय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में से एक है। ईडी ने इनकी 64.67 करोड़ रुपए की बैंक संपति को जप्त कर लिया है। सेंट्रल एजेंसी ने ये कार्यवाही वजीरेक्स डिजिटल क्रिप्टो करेंसी संपति से खरीद और ट्रांजेक्शन के माध्यम से धोखाधड़ी के पैसे की लॉन्ड्रिंग के आरोपी इंस्टेंट लोन एप की सहायता करने आरोप में की है।
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100 करोड़ रु से अधिक की क्रिप्टो संपत्ति को फ्रीज किया
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार ईडी को तरफ से कहा गया है कि " जब पुलिस और ईडी की तरफ से कार्यवाही शुरू की गई, तो ऐसे लोन एप कम्पनियों ने देश से बाहर पैसे निकालने के लिए क्रिप्टो करेंसी का यूज किया है। बहुत से ट्रांजेक्शन वजीरेक्स के माध्यम से किया गया है और पैसों को हांगकांग ट्रांसफर किया गया है। हमे क्रिप्टो एसेट्स में पैसे ट्रांसफर के सबूत मिले है। वज़ीरएक्स की 100 करोड़ रुपये से अधिक की क्रिप्टो संपत्ति को फ्रीज कर दिया है।"

कारण बताओ नोटिस जारी
ईडी की तरफ से वज़ीरएक्स के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (फेमा) के प्रावधानों के तहत दो मामलों की जांच कर रहा है। उन्होंने कहा कि ज़ानमाई लैब्स बिनेंस के बाउंड्रीवाल के बुनियादी ढांचे का उपयोग कर रही थी। वित्त मंत्रालय की तरफ से आगे कहा गया इन दो एक्सचेंज के बीच सभी क्रिप्टो लेनदेन ब्लॉकचैन में रिकॉर्ड नहीं किए जा रहे थे। इसीलिए वजीरेक्स के खिलाफ एक कारण बताओ नोटिस (एससीएन) जारी किया गया है।

थर्ड पार्टी एक्सचेंज से एक–दूसरे में क्रिप्टो बदलने की अनुमति
वित्त मंत्रालय कि तरफ से कहा गया कि वज़ीरएक्स ने अंतर्राष्ट्रीय यूजर्स के अनुरोध को थर्ड पार्टी के एक्सचेंजों जैसे एफटीएक्स, बिनेंस, आदि से ट्रांसफर का उपयोग करके एक क्रिप्टो को दूसरे में बदलने की अनुमति दी है।